नई दिल्‍ली: लॉर्ड्स के मैदान पर क्रिकेट को नया लॉर्ड मिल गया. इंग्‍लैंड ने न्‍यूजीलैंड को रोमांचक मुकाबले में हराकर पहली बार वर्ल्‍डकप का खिताब अपने नाम किया. हालांकि ये मैच दो बार टाई हुआ. लेकिन ज्‍यादा बाउंड्री लगाने के कारण जीत इंग्‍लैंड की हुई. इस मैच में मार्टिन गुप्‍ट‍िल फिर से सबसे ज्‍यादा चर्चा में रहे. सेमीफाइनल में उनका द्वारा फेंका गया एक थ्रो दुनिया में चर्चा का विषय बन गया, क्‍योंकि उनके उस थ्रो पर महेंद्र सिंह धोनी एक नाजुक मौके पर आउट हुए थे. इस थ्रो ने न्‍यूजीलैंड को मैच जिता दिया था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इंग्‍लैंड के खिलाफ फाइनल में जब टीम एक एक रन के लिए जूझ रही थी, उस समय मार्टिन गुप्‍ट‍िल ने तेज थ्रो दिया. बेन स्‍टोक्‍स ने दो रन ले लिए थे. थ्रो से गेंद चार रन के लिए चली गई. इस तरह इंग्‍लैंड को 6 रन मिले. उस समय इंग्‍लैंड को 3 बॉल में 9 रन चाहिए थे. अगर ये 6 रन नहीं जाते तो संभव है कि नतीजा कुछ और होता.


फाइनल मैच का आखि‍री ओवर चल रहा था. इंग्‍लैंड के 8 विकेट गिर चुके थे. बेन स्‍टोक्‍स और आदिल राशिद मैदान पर थे. ट्रेंट बोल्‍ड के इस ओवर में इंग्‍लैंड को जीत के लिए 15 रन चाहिए थे. दो गेंदों पर स्‍टोक्‍स कोई रन नहीं बना पाए. तीसरी गेंद पर उन्‍होंने छक्‍का जड़ दिया. अब इंग्‍लैंड को 3 बॉल पर 9 रन चाहिए थे. ट्रेंट बॉल्‍ट की फुल टॉस गेंद को स्‍टोक्‍स ने मिडविकेट की तरफ खेल दिया. उन्‍होंने तेजी से 2 रन लिए, इसी दौरान मार्ट‍िन गुप्‍टिल ने विकेटों पर तेज थ्रो किया, लेकिन बॉल विकेटकीपर नहीं पकड़ सके और बॉल सीधे बाउंड्री की तरफ चली गई.


इस तरह इंग्‍लैंड को 6 रन मिले. अब इंग्‍लैंड को 2 बॉल में 3 रन बनाने थे, लेकिन वह सिर्फ दो रन बना सके. मैच टाइ हुआ. हालांकि अगर वह 6 रन नहीं गए होते तो शायद न्‍यूजीलैंड इस मैच के परिणाम को बदल सकता था.