ई-रिक्शा और नदी का किनारा.... 6 डॉग्स के रेस्क्यू की कहानी हैरान कर देगी; बेंगलुरू वाली घटना की याद ने डराया
Satna News: सतना पुलिस के मुताबिक, आरोपी नंदू बंशकार और प्रदीप बंशकार ने इन कुत्तों को नदी में फेंकने की योजना बनाई थी. उन्होंने बताया कि पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
देश का दिल कहे जाने वाले एमपी में पशुक्रूरता का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. मध्य प्रदेश की सतना पुलिस ने छह कुत्तों को बांधकर बोरों में रखने के आरोप में पुलिस ने दो के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इस मामले की जांच कर रहे अधिकारी के मुताबिक आरोपी इन कुत्तों को नदी में फेंकने की योजना बना रहे थे. पूरे घटनाक्रम का खुलासा तब हुआ जब सतना शहर के बाहरी इलाके से गुजर रहे दो राहगीरों ने आरोपियों को ढेर सारे कुत्तों को एक ई-रिक्शा में ले जाते देखा. मामला संदेहास्पद लगा तो उन्होंने छिपकर वीडियो बनाया. वो वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड होते ही वायरल होने लगा. बात पुलिस तक पहुंची तो जांच शुरू हो गई.
बेजुबान कराह रहे थे...
सतना के पुलिस अधीक्षक (एसपी) आशुतोष गुप्ता ने कहा कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उसे रिकॉर्ड करने वाले व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि कुत्तों को बांधकर बोरों में भर दिया गया है और उन्हें सतना नदी में फेंकने की तैयारी है. SP के मुताबिक, वीडियो का संज्ञान लेते हुए उन्होंने अपने अधिकारियों को इस संबंध में कार्रवाई करने का निर्देश दिया. कोतवाली थाना प्रभारी शंखधर द्विवेदी ने बताया, 'ई-रिक्शा में रखे बोरों के अंदर से कुत्तों के रोने की आवाज सुनकर मोटरसाइकिल सवार दो लोगों को शक हुआ. उन्होंने चालक को गाड़ी रोकने और बोरों को खोलने के लिए मजबूर किया, जिसमें उन्हें छह कुत्ते मिले थे.'
द्विवेदी के मुताबिक, आरोपी नंदू बंशकार और प्रदीप बंशकार ने इन कुत्तों को नदी में फेंकने की योजना बनाई थी. उन्होंने बताया कि पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
बेंगलुरू की घटना ने चौंकाया था
करीब सात दिन पहले बेंगलुरु के होटलों में डॉग मीट परोसने का आरोप लगा था. ये दावा होने के सनसनी फैल गई थी. रेलवे स्टेशन पर जब मांस डिलीवरी के लिए पहुंता, तो इसको लेकर FSSAI के पास रिपोर्ट दर्ज की गई है. रेलवे सूत्रों के मुताबिक जुयपुर से बेंगलुरू के रेलवे स्टेशन में करीब 150 डिब्बों में 3 टन मांस की खेप पहुंची थी. जिसे लेकर एक गौ रक्षक ने दावा किया ये मांस कुत्ते का था, लेकिन मांस के विक्रेता ने उस दावे को खारीज करते हुए कहा था कि कंसाइमेंट लाने में किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया गया.
कलयुग में कुछ भी हो सकता है. ऐसे में सतना में जब कुत्तों को संदेहास्पद स्थितियों में ले जाने की खबर आते ही बवाल मच गया.