Valsad Rape And Murder Mystery: हत्याकांड में संदिग्ध के तौर पर लंगड़ाते हुए एक आदमी की शिनाख्त की गई. वह अपने पीछे सुराग के तौर पर एक बैग और ब्लैक एंड व्हाइट स्वेटशर्ट छोड़ गया था. पुलिस ने 'चलती ट्रेनों में हत्या' के मामले में उस शख्स पर फोकस किया और काफी मशक्कत के बाद आखिरकार उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में वह सीरियल किलर के रूप में उभर कर सामने आया.
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Killings On Moving Train News: गुजरात के वलसाड जिले में 14 नवंबर को रेलवे स्टेशन से कुछ मीटर की दूरी पर एक 19 वर्षीय लड़की के शव के पास एक काले और सफेद रंग की स्वेटशर्ट और एक बैग पड़ा था. हत्या के इस दृश्य ने ही आरोपी के बारे में पहला सुराग दिया. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने जब बैग की तलाशी ली, तो उसमें मौजूद कई कपड़े, एक मोबाइल चार्जर और बाकी चीजों देखकर इस नतीजे पर पहुची कि संदिग्ध वलसाड शहर में महज एक विजिटर था और शायद ट्रेन से ही वहां आया था.
5 दिनों में 4 राज्यों के रेलवे स्टेशनों पर खंगाले 5,000 सीसीटीवी कैमरे
गुजरात पुलिस ने अगले पांच दिनों में चार राज्यों के रेलवे स्टेशनों पर कम से कम 5,000 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और आखिरकार संदिग्ध शख्स तक पहुंच गई. 30 वर्षीय इस शख्स का नाम राहुल करमवीर जाट उर्फ भोलू है. पुलिस के अनुसार, पूछताछ के दौरान उसने अक्टूबर-नवंबर में पांच हत्याएं करने की बात कबूल की हैं. इनमें से चार हत्याएं चलती ट्रेनों में, खासकर दिव्यांगों के लिए आरक्षित डिब्बों में और वलसाड रेलवे स्टेशन के पास एक 19 वर्षीय लड़की से रेप और उसकी हत्या शामिल है.
वेटर का काम करता था सीरियल किलर, मुंबई से आया था वलसाड
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, वलसाड पुलिस ने बताया कि संदिग्ध सीरियल किलर राहुल मूल रूप से हरियाणा के रोहतक का रहने वाला है. वह रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर दूर एक होटल में पहले वेटर का काम करता था. उस दिन, वह होटल से अपना बकाया वेतन लेने के लिए मुंबई से शहर आया था और फिर वापस जा रहा था. इस दौरान उसने रेलवे स्टेशन के पास लड़की को देखा. वह लड़की ट्यूशन सेंटर से रेलवे स्टेशन के रास्ते अपने घर जा रही थी.
लड़की का पीछा किया, घसीटा, बलात्कार किया और फिर मार डाला
पुलिस का कहना है कि राहुल ने रेलवे स्टेशन से 100 मीटर तक लड़की का पीछा किया. जैसे ही वे दोनों सुनसान जगह पर पहुंचे, वह लड़की को घसीटकर पास के आम के बगीचे में ले गया, बलात्कार किया और फिर उसे मार डाला. पुलिस ने बताया कि उसने अपने कबूलनामे में कहा कि लड़की के साथ दो बार बलात्कार करने के बाद वह रेलवे स्टेशन वापस गया. वहां अपने लिए एक फ्रूट ड्रिंक की बोतल और एक बैग दूध खरीदा. दोनों को पीने के बाद कथित तौर पर फिर से लड़की के साथ बलात्कार करने के लिए वापस गया.
शव के साथ तीसरी बार बलात्कार करना चाहता था आरोपी, मगर...
पुलिस के मुताबिक, तब तक लड़की की अनुपस्थिति से चिंतित होकर उसके परिवार के सदस्य ट्यूशन सेंटर से उसके घर तक के पूरे रास्ते पर उसे तलाशते हुए हत्याकांड की जगह पर पहुंच चुके थे. पुलिस ने बताया कि कि राहुल ने वहीं झाड़ियों में छिपकर लड़की के परेशानहाल परिवार को शव को खोजते हुए और फिर उसे उठाकर मोटरसाइकिल पर ले जाते हुए देखा. इसके बाद वह घबराहट में अपनी स्वेटशर्ट और बैगपैक को वहीं छोड़कर जल्दबाजी में निकल गया. कथित तौर पर उसने लोकल ट्रेन पकड़ी और अगले स्टेशन पर पहुंच गया. वहां से उसे आगे मुंबई जाना था.
एक स्वेटशर्ट के जरिए कैसे आरोपी तक पहुंची वलसाड पुलिस?
वलसाड जिले के पुलिस प्रमुख (एसपी) करणराज वाघेला ने कहा कि जब उन्हें राहुल का बैग और उसकी काली-सफ़ेद स्वेटशर्ट मिली, तो उन्होंने उस सुराग के आधार पर जांच को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा, "बैग में तीन जर्सी और दो हाफ पैंट थे. हमें संदेह था कि आरोपी रेलवे स्टेशन से आया होगा." चूंकि रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं, इसलिए पुलिस ने अगले स्टेशन पर लगे कैमरों की फुटेज देखी. तभी उन्हें वही काली-सफ़ेद स्वेटशर्ट पहने, गले में दुपट्टा डाले और वही काला बैग लिए एक आदमी दिखाई दिया. वह लंगड़ाकर चल रहा था और उसे मुंबई के बांद्रा जाने वाली ट्रेन में चढ़ते देखा गया.
इसके बाद पुलिस ने इंस्पेक्टरों के नेतृत्व में 10 टीमें बनाईं, जिन्होंने चार जिलों के पुलिस प्रमुखों के साथ समन्वय किया. वाघेला ने कहा, "सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर हमें पता चला कि वह मुंबई से ट्रेन में वलसाड के वापी स्टेशन आया था. हमने वापी और मुंबई सेंट्रल के बीच हर स्टेशन की फुटेज जांची और आखिरकार उसे दादर स्टेशन (मुंबई में) के सीसीटीवी में देखा."
कैदियों के राष्ट्रीय डेटाबेस की जांच के बाद आरोपी की शिनाख्त
इस बीच, गुजरात के नवसारी और सूरत जिलों में पुलिस टीमों ने जेल रिकॉर्ड के साथ उसकी तस्वीर का मिलान किया, लेकिन उसके विवरण से मेल खाने वाला कोई कैदी नहीं मिला. फिर उन्होंने कैदियों के राष्ट्रीय डेटाबेस की जांच की और आखिरकार एक मिलान मिल गया. हरियाणा के रोहतक जिले के मोखरा खास गांव के निवासी राहुल को इस साल मई में राजस्थान की जोधपुर जेल से रिहा किया गया था. इस बीच, गुजरात पुलिस ने मुंबई के स्टेशनों पर रेलवे पुलिस के साथ समन्वय के दौरान पाया कि राहुल मुंबई पहुंचने से पहले महाराष्ट्र के शिरडी और आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम की यात्रा कर चुका था.
रोहतक के पुलिस इंस्पेक्टर ने बताई आरोपी की पूरी क्राइम कुंडली
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में बहुअकबरपुर पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर इंस्पेक्टर प्रकाश चंद के हवाले से संदिग्ध की क्राइम कुंडली के बारे में भी बताया गया है. प्रकाश चंद के अधिकार क्षेत्र में ही राहुल का गांव आता है. उन्होंने बताया, “राहुल के खिलाफ हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के विभिन्न थानों में 11 एफआईआर दर्ज हैं. हमने उसके परिवार से उसका संपर्क पता किया और उसका नंबर निगरानी में रखा.” आरोपी राहुल ने कुछ साल पहले अपने पिता को खो दिया था और उसकी मां और भाई ने कथित तौर पर राहुल को त्याग दिया था.
राहुल के बाएं पैर में पोलियो, साइकिल चोरी से अपराध की शुरुआत
वलसाड के पुलिस प्रमुख वाघेला ने कहा, "बचपन में राहुल को बाएं पैर में पोलियो था. हमारे पास रिपोर्ट है कि उसके साथी छात्रों ने उसे तंग किया था. जब वह पांचवीं क्लास में था, तब उसने एक साइकिल चुराई थी. उसे ट्रकों से भी लगाव था, लेकिन उसकी विकलांगता के कारण युवा होने के बाद भी उसे ट्रक चलाने की इजाजत नहीं दी गई. इसलिए उसने ट्रक चोरी करना शुरू कर दिया. 2018 से, उसके खिलाफ यूपी, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान के पुलिस थानों में ट्रक चोरी के 13 मामले दर्ज किए गए हैं."
कई राज्यों में ट्रक चोरी की वारदात, चोरी की गाड़ी से बड़ा एक्सीडेंट
हरियाणा पुलिस द्वारा बनाए गए डोजियर के अनुसार, राहुल को पहली बार अगस्त 2015 में रोहतक के कलानौर से ट्रक चोरी करने के आरोप में मथुरा (यूपी) में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस का कहना है कि राहुल ने 10 महीने बाद 13 जून, 2016 को रोहतक से लगभग 120 किलोमीटर दूर नारनौल से एक और ट्रक चुराया. 14 जून, 2016 तक वह फतेहाबाद के भूना में था, जहां उसने चोरी किए गए ट्रक को एक गोदाम की दीवार में घुसा दिया. बेपरवाह राहुल ने 2019 और 2022 के बीच हरियाणा में चार और ट्रक चुराए.
बार-बार जेल जाने और हमेशा जमानत पर बाहर आने का तय पैटर्न
राहुल के डोजियर से कई बार जेल जाना और अदालत से बार-बार जमानत लेकर बाहर आने का एक पैटर्न का पता चलता है. ट्रक चोरी करने के बीच, 23 जनवरी, 2021 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के बिहारीगंज में उसके खिलाफ अवैध हथियार रखने के आरोप में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था. कुछ महीने बाद उसे मथुरा के वृंदावन में एक और अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया. 15 फरवरी, 2024 को जीआरपी, जोधपुर, राजस्थान द्वारा मेट्रा रोड पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में राहुल पर डकैती के आरोप में मामला दर्ज किया गया था.
पूछताछ में वलसाड कांड के अलावा चार और कत्ल का कबूलनामा
पुलिस का कहना है कि 24 नवंबर को गिरफ्तारी के बाद राहुल ने चार और लोगों की हत्या करना भी कबूल किया. इनमें से दो कत्ल वलसाड में 14 नवंबर को किशोरी की हत्या से पहले और दो कत्ल उसके बाद करने की बात बताई. इनमें से पहली हत्या 20 अक्टूबर को हुई थी. आंध्र प्रदेश पुलिस ने गुंटकल गुट्टी रेलवे स्टेशन पर एक अधेड़ उम्र की महिला का शव मिलने के बाद बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया था. राहुल ने कथित तौर पर विकलांगों के लिए आरक्षित कोच में पुणे से कन्याकुमारी जा रही महिला पर निशाना साधा और रेप और लूटपाट से पहले उसका गला घोंटकर हत्या कर दी.
कर्नाटक के बाद वलसाड में और फिर हावड़ा में कत्ल और लूटपाट
पांच दिन बाद, 25 अक्टूबर को कर्नाटक पुलिस ने दक्षिण कन्नड़ जिले की रहने वाली महिला का शव बरामद किया. पीड़ित बेंगलुरु से मुर्देश्वर जाने वाली ट्रेन में यात्रा कर रही थी. इसी दौरान राहुल ने कथित तौर पर उससे लूटपाट की और उसकी हत्या कर दी. इस मामले में भी पीड़िता दिव्यांगों के लिए आरक्षित कोच में यात्रा कर रही थी. फिर, वलसाड में लड़की की हत्या के पांच दिन बाद, 19 नवंबर को, हावड़ा स्टेशन के कार शेड के सफाई कर्मचारियों ने दिव्यांगों के लिए आरक्षित कोच में एक बर्थ पर एक शव पड़ा हुआ देखा.
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दिव्यांगों के लिए आरक्षित कोच में लूटपाट और कत्ल की वारदात
ट्रेन की रिजर्व बोगी में कंबल से ढके हुए और चाकू से कई वार के घावों से भरे शव की पहचान हावड़ा के एक तालवादक के रूप में हुई. वह बिहार के कटिहार में एक संगीत कार्यक्रम में भाग लेने के बाद लौट रहा था. राहुल ने कथित तौर पर पीड़ित पर हमला करने और उसके सामान, जिसमें 10,000 रुपये नकद और उसका सेल फोन शामिल है, को चुराने की बात कबूल की. राहुल ने आखिरी हत्या कर्नाटक के संदूर की रहने वाली एक महिला की की थी, जिसका शव सिकंदराबाद रेलवे पुलिस ने 24 नवंबर को बरामद किया था. उसे भी दिव्यांगों के कोच में ही गला घोंटकर मार दिया गया था.
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वापी स्टेशन पर गुजरात पुलिस ने कथित सीरियल किलर को दबोचा
इस हत्याकांड के कुछ घंटों बाद, 24 नवंबर को वलसाड में पुलिस प्रमुख वाघेला को एक सूचना मिली कि बांद्रा रेलवे स्टेशन पर एक फेरीवाले ने राहुल को बांद्रा-भुज ट्रेन में चढ़ते हुए देखा था. बांद्रा में आरपीएफ अधिकारियों ने गुजरात पुलिस को सूचित किया और वह वापी स्टेशन पर पहुंचकर इंतजार करने लगी. जैसे ही ट्रेन आई, पुलिस ने राहुल को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने राहुल से तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं. इनमें एक वलसाड पीड़िता का और दूसरा मृत तालवादक का है. पुलिस ने राहुल को कई अन्य आरोपों के अलावा हत्या और बलात्कार से संबंधित भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया.
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