`शाही महात्मा` के लिए काम कर रहे थे फर्जी `चेले`, मादक पदार्थों की तस्करी में 16 तस्कर गिरफ्तार
Himachal Pradesh News: बीते कुछ समय से हिमाचल प्रदेश में नशे के सौदागरों का दखल बढ़ा है. डलहौजी, खज्जियार और धर्मशाला-मैक्लोडगंज जैसे पर्यटन स्थल नशे के सौदागरों के निशाने पर हैं. नशे के कारोबारियों और ड्रग तस्करों के तार पंजाब और जम्मू से जुड़े हैं.
Drugs racket burst Himanchal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में, कुख्यात शाही महात्मा गिरोह से जुड़े मादक पदार्थों के 16 तस्करों को कई स्थानों से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में यशवंत सिंह, प्रदीप चौहान, ललित ठाकुर, अमन नेगी, बृज मोहन, रवेश, विजेंद्र रावत, प्रशांत राठौर, साहिल ठाकुर, हितेश ठाकुर, हर्ष धांता, सार्थक सूद, कुणाल शदरू, जतिन ठाकुर और श्रेयस मेहता शामिल हैं. ये सभी शिमला जिले के रोहडू उपमंडल के निवासी हैं.
हिमाचल पुलिस के अफसरों के मुताबिक इस रेड में गिरफ्तार किए गए आरोपी, शाही नेगी उर्फ शाही महात्मा के लिए काम कर रहे थे. शाही मुख्य रूप से रोहड़ू, जुब्बल, कोटखाई और चिरगांव सहित शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में मादक पदार्थ के सक्रिय गिरोह का सरगना है. पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने कहा कि पुलिस ने धन के लेन-देन की जांच और खुफिया जानकारी के आधार पर मादक पदार्थ के तस्करों को पकड़ा गया.
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हिमाचल बन रहा नशे के सौदागरों का गढ़?
बीते कुछ समय से हिमाचल प्रदेश में नशे के सौदागरों का दखल बढ़ा है. डलहौजी, खज्जियार और धर्मशाला-मैक्लोडगंज (McLeodganj Dharamshala) जैसे पर्यटन स्थल नशे के सौदागरों के निशाने पर हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक खासकर छन्नी बेली, मोहटली, कंदरोड़ी, नूरपुर, रैहन और इंदौरा में नशे के कारोबार का इनपुट मिलता रहा है. ड्रग तस्करों के तार पंजाब और जम्मू से जुड़े हैं. राज्य में यह कहा जाने लगा है कि पहाड़ की जवानी यानी युवा नशे में बर्बाद हो रहे हैं. आलम यह है कि नशा करने वाले युवा फेफड़ों और अन्य चेस्ट इन्फेक्शन से संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं.
सरकार ने दिया था भांग की खेती कराने का प्रस्ताव
हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार इस समय आर्थिक संकट से जूझ रही है. इसी बीच उन्होंने कमाई का नया सोर्स ढूंढते हुए भांग की खेती को लीगल करने का फैसला लिया है. सरकार ने इसका प्रस्ताव विधानसभा सदन में रखा जिसे पारित भी कर दिया था. इस फैसले की विपक्ष में बैठी बीजेपी ने खूब आलोचना की थी.