काउंटिंग से पहले ही सरकार बनाने की तैयारी चालू आहे! पता है महाराष्ट्र में भाजपा, कांग्रेस गठबंधन क्या कर रहा?
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काउंटिंग से पहले ही सरकार बनाने की तैयारी चालू आहे! पता है महाराष्ट्र में भाजपा, कांग्रेस गठबंधन क्या कर रहा?

Maharashtra assembly elections result 2024: महाराष्ट्र के लिए वीकेंड का दिन बड़ा हैपनिंग होने जा रहा है. शनिवार सुबह 10 बजे तक पता चल जाएगा कि नई विधानसभा के गठन के लिए नतीजारूपी जनादेश किसे मिला है. महायुति और MVA दोनों अपेक्षा के अनुरूप सीटें न मिलने की स्थिति में भी सरकार बनाने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं.

काउंटिंग से पहले ही सरकार बनाने की तैयारी चालू आहे! पता है महाराष्ट्र में भाजपा, कांग्रेस गठबंधन क्या कर रहा?

Maharashtra assembly election results 2024: महाराष्ट्र में शनिवार को आने वाले चुनावी नतीजों को लेकर लोगों की धुकधुकी बढ़ती जा रही है. सियासी गलियां हों या गली नुक्कड़ पर होने वाली चर्चा, हर बीतता सेकेंड न सिर्फ उम्मीदवारों बल्कि उनके समर्थकों की धड़कन भी बढ़ा रहा है. भले ही भाजपा (BJP), शिवसेना (Shiv Sena) और अजीत पवार की एनसीपी (NCP)  एग्जिट पोल के नतीजों से उत्साहित है, फिर भी वो कोई मौका नहीं चूक रहे हैं. अपनी संख्या बनाए रखने और दूसरे दलों  से डोरे डालने जैसी संभावनाओं जैसे तमाम खतरों का मुकाबला करने के लिए सावधानी ही बचाव है, जैसे पुराने और कारगर नुस्खे अपनाए जा रहे हैं. वहीं महायुति की तरह दूसरी ओर अपने भावी विधायकों की बाड़ेबंदी करने के लिए महाविकाल अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) भी कमर कस चुकी है. 

एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक महायुति और महाअघाड़ी दोनों के संकटमोचकों की फौज वोटिंग खत्म होते ही एक्टिव हो गई थी. उनके फंड मैनेजर्स तमाम संभावनाओं को टटोलते हुए चीजों को अपने पक्ष में भुनाने के लिए दिन रात एक किए हैं. वो सरकार बनाने के लिए जोखिम तक उठाने को तैयार हैं. सूत्रों के मुताबिक दोनों ही गठबंधनों का इमरजेंसी बैकअप प्लान रेडी है. एक शॉर्ट नोटिस पर अपने विजेता विधायकों को एकजुट करने के लिए हेलिकॉप्टर और होटल्स बुक हो चुके हैं, ताकि उन्हें अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से मिलने वाले लुभावने ऑफर्स को अवेल करने से रोका जा सके. इस बारे में उद्धव सेना के नेता संजय राउत ने कहा- 'ऐसा कुछ नहीं है. महाराष्ट्र एक बड़ा राज्य है. दूर-दूर से हमारे विधायक यहां आएंगे. ऐसे में उनके रहने-खाने की व्यवस्था करने के लिए हमने इंतजाम किया है. इसका कोई अन्य मतलब नहीं है.'

बागियों ने उड़ाए होश और निर्दलीय क्या करेंगे?

इस चुनाव में निर्दलीय और बागियों की बड़ी तादात ने महायुति और महाअघाड़ी दोनों के होश उड़ा रखे हैं. अगर महायुति गठबंधन में सभी तीन दल साधारण बहुमत के लिए जरूरी 145 सीटें जीतने में नाकाम रहते हैं तो वह सरकार बनाने के लिए और अपनी संख्या बढ़ाने के लिए निर्दलीय और बागियों का नंबर डायल करके बैठे हैं. इस बीच महाराष्ट्र बीजेपी ने दावा किया कि महायुति बहुमत का आंकड़ा पार कर लेगी. एकनाथ शिंदे और अजित पवार की पार्टियां भी अच्छा प्रदर्शन करेंगी. तीनों बहुमत से ज्यादा सीटें जीत लेंगे. भले ही निर्दलीयों की जरूरत नहीं हो, महायुति उन्हें साथ रखेगी.

दूसरी ओर, MVA में कांग्रेस, उद्धव सेना (UBT) और NCP (SP) का दावा है कि सरकार बनाने लायक सीटें आ जाएंगी. वहीं बहुमत न मिलने पर उन्हें बीजेपी के संभावित 'ऑपरेशन लोटस' रणनीति का मुकाबला करना होगा. ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए, MVA के नेताओं ने मुंबई में त्रिशंकु विधानसभा की संभावनाओं पर मंथन किया.  बालासाहेब थोराट, जयंत पाटिल और संजय राउत ने मुंबई के एक होटल में दो घंटे से अधिक समय तक चर्चा की बाद में, तीनों नेताओं ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार से अलग-अलग मुलाकात की.

बीजेपी, कांग्रेस दोनों के संकट मोचक फिलहाल निर्दलीयों पर भी नजरें गड़ाए बैठे हैं. वो ये भी देख रहे हैं - 'रूठों को कैसे मनाना है? छोटे दलों जैसे बहुजन विकास अघाड़ी और आरपीआई जैसे कई अन्य छोटे दलों को कैसे अपने पाले में बनाए रखना है. कोई बगावत हुई तो क्या करना है. ऐसे तमाम छोटे-बड़े मुद्दों पर लगातार पार्टियों का मंथन चल रहा हैं. मानो- 'यही रात अंतिम यही रात भारी'.

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