जौनपुर,अजीत सिंह ​: परिवहन विभाग के नए नियम ने एक ऑटो चालक की जान ही ले लिया. घर के मुखिया की मौत से पूरा परिवार भूखमरी के कगार पहुंच गया है. मृतक ऑटो रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. परिवार वालों का आरोप है कि बीते 31 अगस्त को परिवहन विभाग की पीटीओ ने उसके आटो रिक्शा का 18 हजार पांच रूपये का चालान काट दिया था. इतनी बड़ी राशि का चालान मिलते ही वह सदमें चला गया. उसका इलाज पहले जौनपुर में कराया गया लेकिन हालत खराब होने पर उसे वाराणसी के बीएचयू में भर्ती कराया गया वहां पर लापरवाही देखते हुए एक प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई.


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बक्शा थाना क्षेत्र के अलीगंज के निवासी गनेश अग्रहरि ऑटो रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. बीते 31 अगस्त को परिवहन विभाग की प्रर्वतन अधिकारी स्मिता वर्मा चेकिंग के दौरान उसके ऑटो न0 यूपी 62 ए टी 3468 का परमिट, पर्यावरण फेल होने तथा ड्राइविंग लाइसेंस न होने समेत छह मामले में कुल 18 हजार पांच सौ रूपये का चलान काट दिया.



प्रतिदिन चार से पांच रूपये कमाकर अपने बाल बच्चो का पेट पालने वाले गनेश अग्रहरि इतनी बड़ी रकम का चलान कटने से सदमें आ गया.


उसके परिवार वालो का आरोप है कि चलान कटने के बाद से वह बीमार हो गया. उसे स्थानीय डॉक्टर को दिखाया गया लेकिन हालत ठीक न होने पर उसे वाराणसी ले जाया गया वहां पर अव्यस्था को देखते हुए एक प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस अस्पताल में तीन लाख खर्च भी हो गया उसके बाद मौत हो गई.