लड़की पैदा हुई, वो भी दिव्यांग...दादी ने कर दी हैवानियत की सारी हदें पार, ऐसे हुआ खुलासा
Gwalior Crime : ग्वालियर के गोलपाड़ा में एक निर्दयी दादी न अपनी नवजात पोती की गला दबाकर हत्या कर दी. बच्ची का कसूर सिर्फ इतना था कि वह दिव्यांग पैदा हुई थी. हत्या के बाद से बच्ची की मां का रो-रोकर बुरा हाल है.
Gwalior : ग्वालियर के गोलपाड़ा से एक दिल-दहलाने वाला मामला सामने आया है. जिसे जानने के बाद आपकी रूह कांप जाएगी. नवजात पोती को गोद में खिलाने और जन्म की खुशियां मनाने की जगह एक निर्दयी दादी ने हैवानियत की हद पार कर उसका गला दबाकर हत्या कर दी. नवजात का कसूर सिर्फ इतना था कि वह दिव्यांग पैदा हुई थी और दादी की चाहत थी कि उसकी बहू लता की कोख से पहली संतान एक बेटा पैदा हो. पुलिस ने आरोपी दादी को गिरफ्तार कर लिया है. दूसरी ओर, बहू अपनी सास के लिए ऐसी सजा मांग रही है जिसके बाद कोई इस तरह का अपराध न कर सके.
इतना ही नहीं निर्दयी दादी न सिर्फ 23 दिन तक अपना पाप छिपाए बैठी रही. बल्कि ढोंग ऐसा किया कि चैत्र नवरात्रि की नवमी के दिन कन्याओं को भोज कराकर उन्हें गिफ्ट के रूप में स्कूल बैग दिए.
क्या था पूरा मामला
जानकारी के अनुसार उपनगर ग्वालियर के गोलपाड़ा में रहने वाले सास प्रेमलता चौहान ने बहू काजल की शादी की सालगिरह से पहले उसकी खुशियां उजाड़ दी. सास को बहू से पहली संतान बेटे की आस थी, लेकिन 23 मार्च को बहू ने बेटी को जन्म दिया, जिस बेटी को जन्म दिया वह एक हाथ से अपंग भी थी. इस पर सास ने बहू को उलाहने दिए, लेकिन अस्पताल में बहू की मां भी थी इसलिए वह नवजात पर अपना गुस्सा नहीं निकाल पाई और जैसे ही उसे मौका मिला उसने बच्ची की गला दबाकर हत्या कर दी.
नवजात की मां ने क्या कहा
नवजात की मां ने बताया कि कमलाराजा अस्पताल में मुझे 23 मार्च की शाम को एक बच्ची पैदा हुई. बच्ची का बायां हाथ कोहनी के नीचे से नहीं था. साथ ही उसने बताया कि उसकी सास प्रेमलता को बेटे की आस थी इसलिए उसने गुस्से में बच्चों को गोद में भी नहीं लिया और जब लिया तो उसकी जान ही ले ली. उसने बताया कि अस्पताल में मेरी मां मेरा और बच्ची की ध्यान रख रही थी. इसी दौरान मेरे चाचा का निधन हो गया और मां को गांव जाना पड़ा.
इसी बीच 26 मार्च को नवजात बच्ची को सास ने कंबल में लपेट कर ले लिया. आधी रात में मैंने बच्ची को दूध पिलाने के लिए मांगा तो उन्होंने कहा कि बच्ची सो रही है. 27 अप्रैल को सुबह मेरी मौसी और मामा अस्पताल आये तब मैंने उनसे कहा कि सास ने उसे कई दिन से बच्ची नहीं दी है. इस पर उन दोनों ने बच्ची को मेरी सास से मांगा लेकिन उन्होंने उन्हें भी बच्ची नहीं दी. इस पर उन्होंने बच्ची को छीन लिया, तब देखा कि बच्ची में कुछ हलचल नहीं हो रही, बच्ची को डॉक्टर के पास ले गए तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद सास वहां से भाग गई.
बच्ची की मां का रो-रोकर बुरा हाल
पोती की मौत पर तो घर में वैसे भी मातम मनाया जा रहा था. बच्ची की मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. घरवालों का कहना है कि उन्हें यह यकीन नहीं हो रहा कि पोती की दादी इस तरह उसकी हत्या भी कर सकती है.