हल्द्वानी हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक दिल्ली से गिरफ्तार, अब खुलेंगे साजिश के राज
Haldwani violence: उत्तराखंड के हलद्वानी में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है. उत्तराखंड पुलिस ने आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है.
Haldwani violence: उत्तराखंड के हलद्वानी में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है. उत्तराखंड पुलिस ने आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी अब्दुल मलिक के वकील ने अग्रिम जमानत याचिका दायर कर कहा कि उन्हें पता चला है कि उनके मुवक्किल को दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया गया है.
अवैध मदरसा गिराने पर हुआ था बवाल
अब्दुल मलिक के वकील ने बताया कि उसकी जमानत याचिका पर सुनवाई 27 फरवरी को होनी है. घटना के बारे में बात करें तो हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अवैध रूप से बनाए गए मदरसे को ध्वस्त करने को लेकर हिंसा भड़क गई थी. वहां रह रहे लोगों ने मरदरसे को गिराने का विरोध किया था. पुलिस के समझाने के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने पथराव, आगजनी और हिंसक हमले किए.
जला दिया था पुलिस स्टेशन
हल्द्वानी में हिंसा की आंच कई इलाकों में पहुंची थी. हिंसा में छह लोग मारे गए और पुलिस कर्मियों और मीडियाकर्मियों सहित सौ से अधिक लोग घायल हो गए थे. उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव करते हुए कई कारों में आग लगा दी थी. पुलिस स्टेशन को आग के हवाले कर दिया था. जिसके बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने उद्रव करने वालों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया थ.
मलिक के खिलाफ नगर निगम ने जारी किया था नोटिस
हिंसा के बाद अब्दुल मलिक के खिलाफ हलद्वानी नगर निगम ने नोटिस जारी किया था. आरोपी को सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई के लिए 2.44 करोड़ रुपये जमा करने को कहा गया था. पुलिस ने कहा था कि अब्दुल मलिक ने अवैध मदरसा बनाया था और इसके विध्वंस का पुरजोर विरोध किया था. उसकी पत्नी ने भी ध्वस्तीकरण के नगर निगम के नोटिस को चुनौती देते हुए कोर्ट का रुख किया था.
बेटे और पत्नी पर भी गंभीर आरोप
मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोइद के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था. गुरुवार को, नैनीताल के एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया था कि अब्दुल मलिक और उसकी पत्नी साफिया उन छह लोगों में शामिल हैं, जिन पर आपराधिक साजिश रचने और अवैध प्लॉटिंग, निर्माण और भूमि के हस्तांतरण के लिए मृत व्यक्ति के नाम का धोखाधड़ी से इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया गया है.