आंध्र प्रदेश: इंजीनियरिंग कॉलेज के शौचालय में हिडेन कैमरा? मचा बवाल, सीएम ने दिए जांच के आदेश
Hidden camera: कहा गया कि यदि छिपे हुए कैमरों के माध्यम से वीडियो रिकॉर्ड करने का अपराध साबित होता है, तो मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
Andhra Pradesh News: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने गुडलावल्लेरु के एक इंजीनियरिंग कॉलेज के महिला शौचालय में छिपा कैमरा लगाए जाने के आरोपों की जांच के शुक्रवार को आदेश दिए. इस बीच, इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्राओं ने खनन मंत्री के. रविंद्र से शिकायत की कि प्रबंधन ने शौचालय में कथित रूप से छिपा कैमरे पाए जाने के मुद्दे को दबाने का प्रयास किया और इस मामले में शिकायत दर्ज कराने वाली छात्राओं को धमकाया गया.
सैकड़ों विद्यार्थी इस मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे
असल में पूरा मामला कृष्णा जिले के एसआर गुड्लावल्लेरु इंजीनियरिंग कॉलेज का है. यहां सैकड़ों विद्यार्थी इस मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों ने अपनी पीड़ा रवींद्र के सामने बयां की, जो मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के निर्देश पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ कॉलेज पहुंचे थे. एक आधिकारिक बयान में रवींद्र से की गई छात्रों की शिकायत का हवाला देते हुए कहा गया, ‘‘हमें (छात्रों को) कॉलेज प्रबंधन पर भरोसा नहीं है क्योंकि वह पिछले तीन दिनों से मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है.
कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश
कहा गया कि कॉलेज प्रबंधन ने हमें धमकी दी है कि अगर हमने इस मामले की शिकायत की तो वे हमारे खिलाफ कार्रवाई करेंगे.’’ एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया, ‘‘मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कृष्णा जिले के गुड्लावल्लेरु इंजीनियरिंग कॉलेज के महिला शौचालय में छिपा कैमरा लगाए जाने के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं.’’ इसमें कहा गया कि यदि छिपे हुए कैमरों के माध्यम से वीडियो रिकॉर्ड करने का अपराध साबित होता है, तो मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
नायडू ने छात्रों से आग्रह किया कि यदि उनके पास घटना से संबंधित कोई सबूत है तो वे उसे उनके साथ साझा करें. इस घटना के संबंध में मामला दर्ज किया गया है. हालांकि, पुलिस ने कहा कि छात्रों के शौचालय में ऐसा कोई छिपा हुआ कैमरा नहीं मिला है. कृष्णा जिले के पुलिस अधीक्षक गंगाधर राव ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस मामले को लेकर विश्वास बहाली के उपाय किए गए हैं और आरोपों की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है.
इससे पहले, राज्य के मानव संसाधन विकास मंत्री नारा लोकेश ने भी इस कथित घटना की जांच के आदेश दिए हैं. इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई यह घटना शुक्रवार को उस दौरान सामने आई जब न्याय के लिए बृहस्पतिवार देर रात तक प्रदर्शन कर रहे छात्रों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. लोकेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैंने कॉलेज में छात्राओं के शौचालय में छिपा कैमरा लगाए जाने के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं. दोषियों और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. agency input