Kolkata Rape Murder Case Update: कोलकाता के आरजी कार सरकारी अस्पताल में 14 अगस्त की रात 5000 लोगों की भीड़ ने तोड़फोड़ मचाई थी. लेकिन 45 घंटे में सिर्फ 19 हमलावर गिरफ्तार कर सकी है दीदी की पुलिस. समझ रहे हैं इसका मतलब ? कोलकाता पुलिस को 5000 में सिर्फ 19 हमलावर मिले हैं अब तक और जिन लोगों को हमलावर बताकर गिरफ्तार किया जा रहा है. क्या सच में वो सभी हमलावर ही हैं? ज़ी न्यूज़ ने इन सवालों की पूरी पड़ताल की है. हमारी टीम उन हमलावरों के घर पहुंची. इनमें से कितने हमलावर टीएमसी के इलाके से पकड़े गए. 


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कोलकाता पुलिस कर रही आरोपियों की धर-पकड़


हमलावरों के घर पर ज़ी न्यूज़ की सबसे बड़ी RAID पड़ चुकी है. ज़ी न्यूज़ की अगुवाई में मीडिया का प्रेशर इतना बढ़ चुका है कि दीदी की पुलिस अब हमलावरों को पकड़ने लगी है. ये शख्स सुभादीप कुंडू है, जिसे सादी वर्दी में कुछ पुलिसवाले रात के वक्त उसके घर से पकड़कर ले जा रहे हैं. 


मुरारी पुकुर इलाके में सुभादीप का घर है. पुलिस को पता चला कि 14 अगस्त की रात आर जी कर अस्पताल में हमला करने के बाद ये शख्स यहीं छिपा था. हालांकि इसके पिता का कहना है उनका बेटा बेकसूर है लेकिन पुलिस ने 5 हजार हमलावरों में जिन 50 लोगों की तस्वीरें तैयार की हैं. उनमें से सुभादीप भी है और सप्तर्षि भट्टाचार्य भी. 


हमलावर के घर ZEE NEWS की 'रेड'


यहां डोरबेल बजाया रिपोर्टर ने और उसके बाद गेट खुलता है. ज़ी मीडिया की टीम रात के वक्त सप्तर्षि भट्टाचार्य के घर पहुंची. उससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. घर पर उसकी बहन थी.


आरोपी सप्तर्षि भट्टाचार्य की बहन ने बताया, 'मेरे भैया फिल्म शूटिंग की लाइन से है. प्रोडक्शन एग्जीक्यूटिव है. इस टाइप का केस जो दिखा रहा है, वो एकदम झूठ है. वो अस्पताल में हमला करने वाली भीड़ का हिस्सा नहीं है.' 


मां ने बेटे का खुद करा दिया सरेंडर


इसके बाद ज़ी न्यूज की टीम सौमिक दास के घर पहुंची, दमदम के मैदान पल्ली का रहने वाला है. आर जी कर अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड में घुसकर तोड़फोड़ करने वालों में सौमिक भी शामिल था. ज़ी न्यूज़ पर जब हमलावरों का वीडियो चला तो इसके घरवालों ने भी देखा. सौमिक की मां अपने बेटे को पहचान गई और खुद इसे नागेर बाजार पुलिस स्टेशन ले गई सरेंडर कराने. 


ममता सरकार के रवैये से कोर्ट नाराज


ममता सरकार के खिलाफ आज भी लोगों की नाराज़गी सड़कों से लेकर अदालत के भीतर भी दिखी है. देश न्याय मांग रहा है तो न्याय का मंदिर ममता सरकार से ऐसे तीखे सवाल कर रहा है..जिसके लिए उन्हें जवाब देना भारी पड़ रहा है. 14 अगस्त की रात आरजी कर अस्पताल में तोड़-फोड़ हुई. अदालत ने इस बिगड़े हालात पर ममता सरकार से सवाल पूछे. लेकिन उनके जवाबों से नाखुश दिखे.. कलकत्ता हाईकोर्ट नहीं चाहता कि इतने गंभीर मामले में जरा सी भी लापरवाही हो.