Online Games Side Effects: एक बच्चा जो सिर्फ 16 साल का था और एक बच्चा जो पढ़ाई में बहुत तेज था. लेकिन ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में उसने मौत को गले लगा लिया. पुणे में अपने घर की 14वीं मंजिल से छलांग लगा दी. बच्चे ने सुसाइड नोट भी लिखा. जिसमें 'XD' और  'लॉग ऑफ' लिखा. इसके बाद उसने बालकनी से 14वीं मंजिल से कूदकर जिंदगी से लॉग ऑफ कर गया. 


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क्या गेम के लिए दे दी अपनी जान?


लॉग ऑफ यानी जब आप कहीं किसी सिस्टम में काम करने के लिए अपने कंप्यूटर या लैपटॉप को ऑन करते हैं तो उसे लॉग ऑन कहते हैं लेकिन जब आप काम खत्म करने के बाद उसे बंद करते हैं तो 'लॉग ऑफ' कहा जाता है. ऐसे में उस बच्चे के उस लॉग ऑफ नोट ने परिवार के साथ साथ पुलिस के माथे पर भी चिंता की लकीरें खींच दी हैं. ऐसे में सवाल है कि क्या गेम के किसी टास्क के लिए जान दी? 


यह भी सवाल है कि क्या गेमिंग में उसे कोई चैलेंज मिला था? बच्चे के नोट पर बने मैप का क्या मतलब है? आखिर उसने नोट पर 'लॉग ऑफ' क्यों लिखा? क्या वो ब्लू व्हेल जैसा कोई गेम खेल रहा था? बच्चे के पिता ने कहा, उसकी नोटबुक में कुछ रेखाचित्र बने हुए हैं. हमें भी इसकी जानकारी नहीं थी. इसमें दो टीमें लिखी और खेली गईं. ये गेम ब्लू व्हेल जैसा ही है, लेकिन मुझे इसकी सटीक जानकारी नहीं है. 


'पिछले 6 महीने में बिल्कुल बदल गया था'


16 के होनहार बच्चे ने गेम के चक्कर में जिंदगी खत्म कर ली. बेटे की फोटो देखकर पिता रोने लगते हैं. मृतक के पिता नाइजीरिया में एक कंपनी में काम करते हैं और उनकी मां एक इंजीनियर हैं. बच्चे की मां ने जो कुछ बताया वो हर मां बाप को सावधान करने वाला है. मां के मुताबिक, 'बच्चा 6 महीने में बिल्कुल बदल गया था. उसे बात-बात पर गुस्सा आ जाता था. मां भी बच्चे के सामने जाने से डरती थी. गेम के लिए मां से लैपटॉप छीन लेता था. बच्चा चाकू मांगता था और आग से खेलता था.' 


गेम की लत ने बच्चे को गुमशुम बना दिया था. ज्यादातर वो अपने कमरे में बंद रहता था. सिर्फ खाने के लिए निकलता था. लैपटॉप की हिस्ट्री डिलीट कर देता था. ऑनलाइन गेमिंग की लत ने ना सिर्फ अपनी जिंदगी खत्म की बल्कि मां बाप के लिए भी जीवन भर का दर्द दे गया. पुलिस जांच कर रही है और बच्चों के मां बाप को संदेश भी दे रही है.


अपने बच्चे के लिए रखें ये सावधानी


मौत के ऑनलाइन गेम ने एक परिवार की खुशियां छीन लीं. 14वीं मंजिल से कूदने के बाद क्या होगा. वो जिंदा रहेगा या नहीं गेम का टास्क पूरा करने के चक्कर में शायद बच्चा भूल गया. लेकिन वो बच्चा हर मां बाप को याद दिला गया कि हमें हर हाल में अपने बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग से अपने बच्चों को दूर रखना है. पुणे में 16 साल के मासूम ने 14वीं मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी. गेमिंग की लत में एक बच्चा ऐसा उलझा कि ये भी भूल गया कि 14वीं मंजिल से नीचे गिरने पर वो जिंदा रहेगा या नहीं. ऐसी घटना आपके बच्चे के साथ ना हो इसलिए आपके लिए भी सावधानी जरूरी है.


बच्चों को बिगड़ने से बचाने के टिप्स


अपने बच्चे के मोबाइल और लैपटॉप पर नज़र रखें.


आपका बच्चा क्या देख और सुन रहा हैं उस पर नज़र रखें.


ऑनलाइन गेमिंग की लत से अपने बच्चे को दूर रखें.


अपने बच्चे को ज्यादा देर के लिए मोबाइल फोन ना दें.


अगर आपका बच्चा गुमसुम रहने लगे तो सावधान हो जाएं.


आउटडोर गेम ज्यादा खेलने के लिए कहें.


बच्चे की मोबाइल हिस्ट्री को चेक करते रहें.