Suchana Seth Confession:  ना पैसे की कमी ना शोहरत कम. लेकिन पति से रिश्ते इस कदर खराब हो चुके थे कि उसने अपने चार साल के मासूम बेटे की जान ले ली.  वो कौन है, उसकी पहचान क्या है. दुनिया के सामने है, हम भी उसके नाम, पहचान और ओहदे के बारे में बताएंगे लेकिन अपने ही बेटे की कातिल उस कलयुगी औरत ने क्या कहा था. 'आखिर रास्ता भी तो कुछ और नहीं था. जब जब उसे देखती हूं पति का चेहरा नजर आता है. क्या करती. बेटे को मारने के सिवाए कोई और रास्ता नहीं था'. अब इसे गुस्से वाला बयान मानें या अपने पति के लिए भड़ास. इन सबके बीच अब आप समझ गए होंगे कि बात किसकी हो रही है, आप सही समझे. वो कोई और नहीं स्टॉर्टअप की फाउंडर और सीइओ सूचना सेठ हैं जिसने जुर्म कबूल कर लिया है.  


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कबूलनाम पढ़ दहल जाएंगे


पुलिस का कहना है कि जिस सूटकेस में सूचना के बेटे की लाश मिली उसमें एक मुड़े हुये टिशू पेपर पर आइलाइनर के जरिए 6 लाइन में नोट भी था. उसे पढ़ने के बाद पता चला कि वो किस मानसिक हालात से गुजर रही थी. टिशू पेपर पर लिखी गई बातों से पता चलता है कि उसका मकसद क्या था. नोट में लिखा गया है कि अदालत और उसका पति दोनों उसके बच्चे की कस्टडी पति को देने का दबाव बना रहे थे. जिसे अब और अधिक वो नहीं सह सकती थी. उसका पति हिंसक है. वो बेटे को अपनी तरह बना रहा था. वो उसके बच्चे में गलत आदत डाल रहा था. वो एक दिन के लिए भी बच्चे की कस्टडी पति को नहीं देना चाहती थी. जांचकर्ता बताते हैं कि अपने बेटे को मारने से पहले उसने लुलाबी गाकर सुलाया और फिर मार डाला.


9 जनवरी को हुई थी गिरफ्तारी

चार दिन पहले सूचना सेठ की गिरफ्तारी हुई, सेठ पर आरोप है कि उसने अपने चार साल के बेटे की नॉर्थ गोवा के एक होटल में कथित तौर पर जान से मार दिया था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस की टीम उसे लेकर कैंडोलिम के उसी होटल  सोल बनयान ले गई जहां उसने 6 जनवरी को अपने बेटे को मार डाला था. सूचना के बयानों के आधार पर पुलिस ने करीब ढाई घंटे में क्राइम सीन को रिक्रिएट किया ताकि उसके बयान और वारदात में किसी तरह का अंतर ना दिखे. चार गवाहों की मौजूदगी में पंचनामा तैयार हुआ जिस पर सेठ ने अपने दस्तखत किए.


'प्री प्लांड था मर्डर'

जांच में जुटे एक अधिकारी के मुताबिक सूचना ने उस जगह को दिखाया जहां उसका बेटा जमीन पर पड़ा हुआ था. वो जगह जहां सूटकेस था और किस तरह से सूटकेस के अंदर डेड बॉडी को रखा. इस केस की तहकीकात में फोरेंसिक के एक्सपर्ट ने बताया कि कैसे बच्चे की कलाई चाकू से इस सूचना ने इस तरह काटा कि मामला खुदकुशी का लगे. पुलिस का कहना है कि वो पहले पैलोलेम के एक होटल में रुकना चाहती थी. लेकिन मनपसंद कमरा ना मिलने की वजह से कैंडोलिम का चुनाव किया. उसने बेंगलुरु से गोवा के लिए एक तरफ का ही टिकट बुक किया था. ऐसा संभव है कि उसकी प्लानिंग वारदात को अंजाम देने के बाद सड़क के रास्ते बेंगलुरु वापस लौटने की थी.