UP Crime News: बाराबंकी जिले में बीते कई दिनों से चोरों के हौसले इतने बुलंद थे कि वह एक के बाद एक चोरी की कई वारदातों को अंजाम दे रहे थे. पुलिस भी लगातार इन चोरों के पीछे लगी थी. इसी क्रम में एक मंदिर में हुई चोरी के बाद जांच के दौरान डॉग स्क्वायड ने एक ऐसा क्लू दिया जिसकी मदद से पुलिस ने तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार कर लिया.


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पकड़े गए तीनों आरोपियों ने चोरी का माल एक बाग के अंदर गड्ढे में दबा रखा था. जिसे पुलिस ने चोरों की निशानदेही पर बरामद कर लिया. पुलिस ने इनके कब्जे से चोरी में इस्तेमाल कई औजार भी बरामद किए गए हैं.


मां राजेश्वरी दुर्गा मंदिर में चोरी
चोरी की यह वारदात बाराबंकी में सुबेहा थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुबेहा कस्बे के जवाहरनगर मोहल्ले से जुड़ी है. जहां स्थित संकट मोचन श्री हनुमान मंदिर से के करीब मां राजेश्वरी दुर्गा मंदिर है. बीती दो नवंबर को मंदिर का चैनल खोलकर चांदी का मुकुट, चांदी का त्रिशूल, मांगबेदी, दानपात्र जिसमें तकरीबन 50 हजार रुपये थे,  चोरी हो गए.


श्री हनुमान मंदिर में चोरी
जांच के दौरान खाली दानपात्र मंदिर के पीछे पड़ा मिला था. पुलिस इस चोरी की जांच में जुटी थी कि इसी बीच 22 दिसम्बर की रात श्री हनुमान मंदिर में घुसकर एक बार फिर अज्ञात चोर चांदी का मुकुट, एक साउंड मशीन, दानपात्र में रखे करीब 20 हजार रुपये ताला तोड़कर उठा ले गए. एक के बाद एक हो रही चोरियों ने पुलिस का सिरदर्द बढ़ा रखा था.


पुलिस लगातार अपनी तफ्तीश कर रही थी. पुलिस मौके पर फील्ड यूनिट और डॉग स्क्वायड को बुलाकर जांच कर रही थी. पुलिस का डॉग इधर-उधर घूमता रहा और फिर मोहल्ला माफी जवाहरनगर वार्ड निवासी सोनेलाल उर्फ ननकू के घर तक जा पहुंचा. बस पुलिस को जब सोनेलाल पर शक हुआ.


सुबेहा थाना प्रभारी गजेंद्र प्रताप सिंह ने जब सोनेलाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो, उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर इन चोरियों को करने बात कुबूल की. जिसके बाद पुलिस ने बाकी दो आरोपी मोहल्ला माफी जवाहरनगर कस्बा सुबेहा निवासी रामबरन गौतम, सोनेलाल उर्फ ननकू और तीसरे आरोपी सुबेहा थाना क्षेत्र के रोहना मीरपुर निवासी शिवप्रसाद को गिरफ्तार कर लिया.


पुलिस ने चोरी में इस्तेमाल औजार और बाग में गड्ढे में दबाए गए चोरी के सामान को इनकी निशानदेही पर बरामद कर लिया.


हिम्मत बढ़ी तो दूसरे मंदिर में भी चोरी कर ली
बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक डा. अखिलेश नारायण सिंह ने कहा कि आरोपी सोनेलाल ने बताया कि वह रोज मंदिर जाता था. इसी बीच उसकी दोस्ती मंदिर के पुजारी से हो गई. मंदिर के पुजारी ने भरोसा करके सोनेलाल को बता दिया कि दानपात्र में करीब 50-60 हजार रुपया है. बस सोनेलाल की नीयत बदल गई और उसने अपने साथियों के साथ चोरी की वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग कर डाली.


पुलिस अधीक्षक के मुताबिक चोरी के बाद जब कई दिनों तक वे पकड़े नही गए तो, उनके हौसले और बढ़ गए. फिर उन लोगों ने दूसरे मंदिर में भी चोरी कर डाली. वेकिन इस बार आरोपी पुलिस की पकड़ में आ गये. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.