Haryana Violence: हरियाणा (Haryana) के नूंह (Nuh) में चाहे सड़कों पर आगजनी या पत्थरबाजी हो या फिर पुलिस थाने पर हमला, सब कुछ पूरी प्लानिंग के तहत हुआ. कहा जा रहा है कि हिंसा के बहाने साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) करने वालों ने साइबर क्राइम थाने (Cyber Crime Police Station) से सबूत मिटाने का काम किया यानी हर चीज की प्लानिंग की गई कि भीड़ का एक हिस्सा शोभायात्रा पर हमला करेगा. एक हिस्सा साइबर थाने पर हमला करेगा. नूंह हिंसा का पूरा प्लान कैसे डिकोड हुआ, आइए इसके बारे में जानते हैं. 


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साइबर क्राइम थाने पर क्यों किया हमला?


बता दें कि 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में जो हुआ उसके निशान आज भी बाकी हैं. उपद्रवियों ने जिस तरह पत्थरबाजी और आगजनी की, उससे नूंह का चप्पा-चप्पा दहल उठा. क्या गाड़ियां, क्या घर, क्या दुकानें और क्या पुलिस थाने, सब कुछ तहस-नहस कर दिया गया. हिंसा के दो दिन बाद जो तस्वीरें और सबूत सामने आ रहे हैं. वो चीख-चीख कर गवाही दे रहे हैं कि नूंह में जो हुआ वो पूरी तरह सोची-समझी साजिश थी. सब कुछ पूरी तरह प्लानिंग के तहत किया गया और दंगाइयों की सबसे बड़ी प्लानिंग का हिस्सा था. नूंह का साइबर पुलिस स्टेशन जिसे हिंसा की आड़ में आग के हवाले कर दिया गया, उसमें तोड़फोड़ मचाई गई और फाइलें गायब कर दी गईं.


सबूत मिटाना था दंगाइयों का मकसद


सोमवार को दोपहर के वक्त हुई इस हिंसा का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ चुकी हैं और कैमरे में कैद इस वीडियो को देखकर साफ पता चलता है कि दंगाइयों ने किस तरह साइबर थाने को निशाना बनाया. नूंह का ये साइबर पुलिस स्टेशन दो साल पहले ही बन कर तैयार हुआ था, जिसमें बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी और दूसरे आपराधिक दस्तावेज थे और उपद्रवियों का मकसद इसी को बर्बाद करना था.



घटनास्थल से कई किलोमीटर दूर साइबर थाने पर अटैक क्यों?


सोचिए जब दंगाइयों का एक गुट धार्मिक शोभायात्रा पर पत्थर बरसा रहा था ठीक उसी वक्त दूसरा गुट वहां से कई किलोमीटर दूर इस साइबर थाने पर अटैक कर देता है. उपद्रवी भीड़ ने पहले साइबर थाने के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की. उसमें आग लगाई. उसके बाद वहां मौजूद पुलिसवालों पर हमला करते हुए थाने तक पहुंच गए.


दंगाइयों ने पहले थाने का गेट तोड़ने की कोशिश की. मगर जब वो कामयाब नहीं हुए तो एक प्राइवेट बस को कब्जे में लेकर आए और फिर उसे थाने की दीवार से टकरा दिया. उसके बाद सैकड़ों की भीड़ पुलिस स्टेशन में घुस गई और अंदर जो कुछ भी दिखा, उसे तहस-नहस कर दिया. नूंह हिंसा केस में दर्ज FIR में भी साफ तौर से लिखा है कि उपद्रवियों ने साइबर पुलिस स्टेशन पर साजिश के तहत हमला किया और वहां रखे डॉक्यूमेंट्स को बर्बाद कर दिया. हरियाणा पुलिस ने भी इस बात की तस्दीक की है.


बताया जा रहा है कि नूंह के इस साइबर पुलिस स्टेशन में हाल के दिनों में कई फ्रॉड केस दर्ज किए गए थे और इस घटना के बाद से अंदाजा लगाया जा रहा है कि दंगाइयों का मकसद सिर्फ शोभायात्रा को निशाना बनाना नहीं था बल्कि अपने अपराध के सबूतों को भी मिटाना था.


इस बीच नूंह में सोमवार को हुई हिंसा का एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें उपद्रवी एक रेस्टोरेंट में तोड़फोड़ मचाते नजकर आ रहे हैं. वीडियो में एक-एक उपद्रवी को साफ तौर से देखा जा सकता है. नूंह हिंसा से जुड़े ऐसे एक-दो नहीं, बल्कि अब तक दर्जनों वीडियो सामने आ चुके हैं. पुलिस अब इन तमाम वीडियो और तस्वीरों के आधार पर एक-एक अपराधी तक पहुंचने की कोशिश कर रही है ताकि नूंह में हुई हिंसा का पक्का हिसाब किया जा सके.


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