नई दिल्ली. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सर्विसेज परीक्षा (CSE) को देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में एक माना जाता है. इस परीक्षा में हर वर्ष लाखों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल होते हैं, लेकिन सफलता उन्हीं को मिलती है, जिनकी तैयारी बेहतर होती है. यही कारण है कि अधिकतर अभ्यर्थियों को सफलता मिलने में समय भी लग जाता है. लेकिन कुछ अभ्यर्थी ऐसे होते हैं, तो विपरीत परिस्थियों में भी अपने दम पर सफलता हासिल कर लेते हैं और ये अभ्यर्थियों अन्य के लिए प्रेरणास्त्रोत बन जाते हैं. कुछ ऐसी ही कहानी है केरल की रहने वाली अस्वस्थी की.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अस्वस्थी ने अपनी मेहनत और लगन से साबित कर दिया कि जो इंसान मेहनत करता है, उसे एक न एक दिन सफ़लता ज़रूर मिलती है. यूपीएससी 2020 की सिविल सर्विसेज परीक्षा में अस्वस्थी को 481वां रैंक प्राप्त हुआ है. 


अपनी इस सफलता को लेकर अस्वस्थी ने समाचार एजेंसी एएनआई (ANI) को बताया कि इस बार उनका चौथा प्रयास था. पिछले तीन प्रयासों में उनका चयन नहीं हुआ. बावजूद इसके उन्होंने अपने ऊपर Negativity नहीं हावी होने दिया और चौथे प्रयास में परीक्षा को पास करके परिवार का सीना गर्व से ऊंचा कर दिया.


वहीं, बेटी की इस सफलता से पिता प्रेम कुमार खुश हैं. वे एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में दिहाड़ी मज़दूर हैं. उन्होंने कहा कि बेटी ने विषम परिस्थितियों में यूपीएससी की परीक्षा पास कर मेरा मान बढ़ाया है. मैं उस गर्व करता हूं. 


WATCH LIVE TV