Board Exam Stress Management Tips: 10वीं और 12वीं की बोर्ड क्लास से स्टूडेंट्स जी जान से परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं. छात्र परीक्षा में बेहतर स्कोर करने के लिए रात-दिन अथक मेहनत कर रहे हैं. ऐसे में स्टूडेंट्स में स्ट्रेस भी बढ़ने लगा है. ऐसे में इस आर्टिकल में आज हम बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए एक्सपर्ट टिप्स लेकर आए हैं, जो आपके बेहद काम आ सकते हैं. हालांकि, ये टिप्स केवल बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों ही नहीं, बल्कि सभी स्टूडेंट्स के काम आ सकते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस वक्त केमेस्ट्री, मैथ्स और फिजिक्स के टीचर्स के पास आप एक्स्ट्रा क्लासेस के लिए जा सकते हैं, जिससे आप किसी भी टॉपिक पर होने वाले कंप्यूजन को क्लियर कर सकेंगे. इसके अलावा स्टूडेंट्स के मन में चलने वाले और भी कई सवालों के जवाब के तौर पर कुछ सुझाव यहां दिए जा रहे हैं...


मैथ्स समझ में नहीं आता, क्या करें?
कुछ छात्रों को मैथ्स किसी पहेली से कम नहीं लगते, क्लास में शिक्षक ने क्या समझाया ये पल्ले नहीं पड़ा. ट्यूशन में टीचर पढ़ाते हैं, तब समझ में आता है, लेकिन घर आकर हल करने पर फिर सब दिमाग से निकल गया तो जानें इस पर एक्सपर्ट के सुझाव
क्लास के होशियार साथियों से संपर्क कर ग्रुप डिस्कशन करें. 
हर सवाल को 4 से 5 बार हल करें, क्योंकि यह प्रैक्टिकल सब्जेक्ट है, जितना सवाल हल करेंगे उतनी अच्छी तैयारी होगी. 


पहली बार बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे हैं, क्या करें?
कक्षा 12वीं के छात्र कोरोना के कारण वजह से 10वीं में प्रमोट हो गए थे. पहली बार बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के कारण उनके अंदर घबराहट है. कुछ स्टूडेंट्स तो बोर्ड परीक्षा का नाम सुनकर ही बीमार हो जाते हैं. इस स्थिति से निपटने के लिए जानें एक्सपर्ट के सुझाव
जिस तरह से अर्द्ध वार्षिक परीक्षा हुई थी, उसी तरह फाइनल एग्जाम भी होंगे.
पिछले कुल वर्षों के पेपर्स सॉल्व करें, इससे सवालों का अंदाजा हो जाएगा और आत्मविश्वास बढ़ेगा.
टाइम मैनेजमेंट जरूरी है, एक-एक टॉपिक दो-दो दिन में क्लियर करें. 


समझ में नहीं आ रहा है कि कहां से पढ़ाई शुरू करें?
परीक्षा पास में हैं और समझ में नहीं आ रहा है कि कहां से पढ़ना है और परीक्षा में फेल होने का डर लग रहा है. इस तरह के सवालों से घिरे हैं तो जानें क्या है इस पर एक्सपर्ट के सुझाव 
किसी भी स्थिति में डर को खुद पर हावी न होने दें. 
एक, दो या तीन वक्त पर जितने दोस्त हों उनके साथ ग्रुप स्टडी करें, हम उम्र साथियों से चीजें अच्छे से समझ में आती हैं. 
पहले ऑब्जेक्टिव सवाल पढ़ें, फिर लघु उत्तरीय और अंत में मुश्किल सवालों को हल करें. 
फॉर्मूला के नोट्स जरूर बना लें.