अब दिल्ली यूनिवर्सिटी भी कराएगा B.Tech, इन 3 कोर्स में मिलेगा एडमिशन, JEE Main के जरिए मिलेगा दाखिला
Delhi University BTech Programme: समिति ने कहा है कि प्रत्येक पाठ्यक्रम में 120 छात्रों को एडमिशन दिया जाएगा. ऐसे में देखा जाए, तो इंजीनियरिंग के तीनों कोर्स में मिलाकर कुल 360 छात्रों को एडमिशन दिया जाएगा.
Delhi University BTech Programme: दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) आगामी शैक्षणिक सत्र से 360 छात्रों की क्षमता के साथ B.Tech कोर्स शुरू करेगा, जिसमें जेईई मेन (JEE Main) के माध्यम से तीन इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में एडमिशन दिया जाएगा. दिल्ली यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी के अनुसार, फैकल्टी ऑफ टेक्नोलॉजी द्वारा तीन पाठ्यक्रम बीटेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (B.Tech Computer Science and Engineering) , बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (BTech Electronics and Communication Engineering) और बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (BTech Electrical Engineering) संचालित किए जाएंगे.
इस मामले पर एक प्रस्ताव शुक्रवार को विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, विश्वविद्यालय को 72 टीचिंग और 48 नॉन टीचिंग पदों को क्रिएट करने के लिए अप्रैल में शिक्षा मंत्रालय से इस नए प्रोग्राम के लिए मंजूरी मिली थी. बता दें कि विश्वविद्यालय ने 2021 में नए पाठ्यक्रम शुरू करने पर विचार करने के लिए एक समिति का गठन किया था.
एक अधिकारी ने पैनल द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा "समिति ने पिछले डेढ़ साल में कई बैठकें कीं और कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के उभरते विषय क्षेत्रों में फैकल्टी ऑफ टेक्नोलॉजी के तहत तीन बीटेक कार्यक्रमों की शुरुआत की सुविधा के लिए विभिन्न मुद्दों पर व्यवस्थित रूप से विचार-विमर्श किया.
प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्वविद्यालय बीटेक कार्यक्रमों में एडमिशन के लिए एक उम्मीदवार द्वारा प्राप्त जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (मेन) स्कोर का उपयोग करेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि फैकल्टी ऑफ टेक्नोलॉजी के लिए फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है, जिसमें आवश्यक वित्तीय और अन्य वैधानिक अनुमोदन प्राप्त होने में समय लगेगा.
समिति ने सिफारिश की है कि फैकल्टी ऑफ टेक्नोलॉजी के लिए एक विशेष भवन बनने और चालू होने तक बीटेक कार्यक्रमों के लिए कक्षाओं और प्रयोगशालाओं के लिए जगह की पर्याप्त व्यवस्था की जाए.
रिपोर्ट में कहा गया है, "समिति ने कुलपति (Vice Chancellor) को इन बीटेक कार्यक्रमों की शुरुआत के लिए स्थान और अन्य आवश्यक भौतिक बुनियादी ढांचे पर निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है." जहां तक प्रथम वर्ष में छात्रों की संख्या का संबंध है, समिति ने कहा कि प्रत्येक पाठ्यक्रम में 120 छात्र होंगे. इसका मतलब है कि तीन कोर्स में मिलाकर कुल 360 छात्रों को एडमिशन दिया जाएगा.
रिपोर्ट में कहा गया है, बीटेक कार्यक्रमों को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि पढ़ाई के प्रमुख विषय क्षेत्र को न्यूनतम 50 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा और अधिकतम 65 प्रतिशत वेटेज होगा. बाकी वेटेज अध्ययन के छोटे विषय क्षेत्रों के लिए होगा. छात्रों के पास राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) के अनुरूप कई Exit के ऑप्शन होंगे.
एक छात्र जिसने एक वर्ष का अध्ययन पूरा कर लिया है और अपेक्षित क्रेडिट अर्जित किया है, उसे एक सर्टिफिकेट (Certificate) दिया जाएगा, दो साल के अध्ययन और अपेक्षित क्रेडिट हासिल करने वाले को एक डिप्लोमा (Diploma) से सम्मानित किया जाएगा. वहीं, अपेक्षित क्रेडिट के साथ तीन साल के अध्ययन के साथ कोर्स से Exit करने वाले छात्र को एक एडवांस्ड डिप्लोमा (Advanced Diploma) प्रदान किया जाएगा. इसके अलावा चार साल सफलतापूर्वक पूरा करने वाले छात्रों को बीटेक की डिग्री (B.Tech Degree) प्रदान की जाएगी.