DU Admission 2022: यहां जानें दूसरे चरण के एडमिशन प्रोसेस के सभी स्टेप, ऐसे लॉक करें प्रेफरेंसेस
DU Admission 2022: डीयू ने आवेदकों से अनुरोध किया है कि वे पाठ्यक्रमों और कॉलेज प्रेफरेंस को कंफर्म करने से पहले अधिक से अधिक प्रेफरेंसेस भरें और इसके अलावा संबंधित सूचना के लिए यूजी बुलेटिन को अच्छी तरह से पढ़ें.
DU Admission 2022: दिल्ली विश्वविद्यालय में आज से दूसरे चरण की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. डीयू में एडमिशन का यह सबसे महत्वपूर्ण चरण है क्योंकि रजिस्टर्ड छात्रों से उम्मीद की जा रही है कि वे जल्द से जल्द कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (CSAS) पर पाठ्यक्रमों और डीयू से संबद्धित कॉलेजों के लिए अपनी प्रेफरेंस दर्ज करें. डीयू ने आवेदकों से अनुरोध किया है कि वे पाठ्यक्रमों और कॉलेज प्रेफरेंस को कंफर्म करने से पहले अधिक से अधिक प्रेफरेंसेस भरें और इसके अलावा संबंधित सूचना के लिए यूजी बुलेटिन को अच्छी तरह से पढ़ें.
बता दें कि डीयू में एडमिशन प्रोसेस का दूसरा चरण 10 अक्टूबर को समाप्त होगा. इसलिए इस चरण में आपको किन-किन स्टेप्स को फॉलो करना है, आज हम आपको उसके बारे में विस्तार से बताएंगे.
1. इस चरण में पोर्टल पर उन कार्यक्रमों की लिस्ट प्रदर्शित की जाएगी, जिसके लिए छात्र एलिजिबल होंगे. बता दें कि प्रदर्शित की जाने वाली लिस्ट हर एक पाट्यक्रम के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया और छात्रों के नॉर्मलाइज्ड सीयूईटी स्कोर पर आधारित होगी.
2. छात्रों को पोर्टल पर अपने स्कोर दर्ज करने की आवश्यकता नहीं है. सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन के आधार पर बेस्ट फोर (4) स्ब्जेक्ट्स के मार्क्स सीएसएएस (CSAS) सिस्टम अपने आप फिल कर लेगा.
3. छात्र जितने चाहें उतने कार्यक्रमों का चयन कर सकते हैं. याद रखें, आप चाहें तो सभी प्रोग्राम्स को भी सेलेक्ट कर सकते हैं.
4. कार्यक्रमों का चयन करने के बाद पोर्टल फिर उन कॉलेजों के नाम दिखाएगा, जो उन कार्यक्रमों की ऑफर करते हैं, जिन्हें छात्रों द्वारा चुना गया होगा.
5. इसके बाद छात्र उस कार्यक्रम और कॉलेज कॉम्बिनेशन का चयन कर सकते हैं, जिसमें वे एडमिशन लेना चाहते हैं. बता दें कि वे कितनी भी प्रेफरेंसेस फिल कर सकते हैं.
6. इसके बाद छात्र द्वारा किए गए सभी सेलेक्शन को प्रदर्शित करने वाली एक नई विंडो ओपन हो जाएगी.
7. यहां छात्र अपनी पसंद के आधार पर फिल की गई प्रेफरेंस में फेरबदल कर सकते हैं.
8. छात्रों को अगले स्टेप में अपनी प्रेफरेंसेस को कन्फर्म करना होगा. छात्रों से अनुरोध है कि समय सीमा का पालन करें. अगर आखिरी तारीख (10 अक्टूबर) तक आप अपनी प्रेफरेंस कन्फर्म नहीं करते हैं, तो आपके द्वारा सेव किए गए लास्ट प्रेफरेंस ऑर्डर को ही ऑटोमेटिकली लॉक कर दिया जाएगा और उसे ही सीटों के एलोकेशन का आधार भी माना जाएगा.
9. वहीं छात्र इस बात का भी ध्यान दें कि एक बार प्रेफरेंसेस फिल करने के बाद वे उसमें कोई बदलाव नहीं कर पाएंगे.