Delhi Police Important Role In PM Security: दुनिया भर के देशों में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री प्रमुख होते हैं और इनकी सुरक्षा भी उतनी ही बड़ी जिम्मेदारी होती है. सुरक्षा तंत्र में चूक के चलते ही कितने ही देशों में इन प्रमुख पदों पर आसिन लोगों को मौत के घाट भी उतारा गया. हमारा देश इस भयानक परिस्थिति से गुजर चुका है, जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उसके बाद राजीव गांधी की सुरक्षा में सेंध लगी थी, जिसके कारण उनकी मौत हो गई थी.


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इसके बाद सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया गया, क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था हमेशा सुरक्षा-एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती रही है. इस बात में जरा भी संदेह नहीं है कि पीएम नरेंद्र मोदी जहां से गुजरते हैं, वहां जमीन से लेकर आसमान तक चप्पे-चप्पे पर कड़ी नजर रखी जाती है. वैसे तो पीएम की सुरक्षा का जिम्मा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) का होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं ब्लैक कैट कमांडो के अलावा दिल्ली पुलिस भी PM की सुरक्षा में निभाती है अहम भूमिका? यहां जानिए कैसे...


PM की सुरक्षा में दिल्ली पुलिस निभाती है अहम भूमिका 
जब भी पीएम दिल्ली में किसी सम्मेलन को संबोधित करने जाते हैं या किसी रैली में शामिल होने वाले होते हैं तो उस इवेंट से एक दिन पहले ही हर एख इलाके की छानबीन दिल्ली पुलिस की सिक्योरिटी ब्रांच करती है. वहीं, प्रोग्राम वाले दिन एसपीजी के कमांडो सम्मेलन वाली जगह को हर तरफ से घेर लेते हैं. वैसे तो पीएम के लोकल प्रोग्राम में एसपीजी के प्रमुख खुद उपस्थित रहते हैं, लेकिन किसी वजह से वह उपस्थित नहीं रहते हैं, तो कोई आला अधिकारी सारे इंतजाम देखता है. 


पीएम के गुजरने वाले रास्ते पर होती हैं पैनी निगाह
सरकारी आवास से सम्मेलन या रैली के लिए जिस रास्ते से पीएम निकलने वाले हैं उस रूट पर एक तरफ के ट्रैफिक को 10 मिनट पहले से ही रोक दिया जाता है. इस बीच दिल्ली पुलिस की दो गाड़ियां सभी रूटों पर सायरन बजाती हुई घूमती हैं. ऐसा इसलिए किया जाती है, क्योंकि पीएम जिस रास्ते से गुजरने वाले हैं उसे पूरी तरह से क्लियर रखना जरूरी होता है. इतना ही नहीं पीएम के सात लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास में भी एसपीजी के 500 से ज्यादा कमांडो की तैनाती रहती हैं.


स्टेट पुलिस भी निभाती है सुरक्षा जिम्मेदारी
वैसे तो पीएम की सुरक्षा में स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप हमेशा परछाई की तरह उनके आसपास ही रहता है, लेकिन जब प्रधानमंत्री किसी दौरे पर रहते हैं तो उस राज्य की पुलिस भी उनकी सुरक्षा की लिए जिम्मेदार होती है.