नई दिल्ली: गुजरात जूनियर क्लर्क भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में से 5 लोग गुजरात राज्य के बाहर के बताए जा रहे हैं. वहीं, 10 आरोपी गुजरात राज्य के ही हैं. एटीएस इस समय गुजरात जूनियर क्लर्क भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच कर रही है. वहीं, इस परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले करीब 17 लाख छात्र सड़कों पर आ गए हैं और लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.  


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दरअसल, गुजरात एटीएस पिछले 5 से 6 दिनों से ह्यूमन और टेक्निकल इंटेलिजेंस की मदद से इन पर नजर रखे हुए थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एटीएस का कहना है कि उन्होंने क्वेश्चेन पेपर के साथ सभी 15 आरोपियों को पकड़ा है. वहीं, एटीएस ने कहा कि इस मामले में बहुत से इंटर स्टेट गैंग शामिल हो सकते हैं. हालांकि, सरकार की ओर से ऐसी घटनाओं के लेकर जीरो टॉलरेंस के निर्देश है. इस मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे.


एटीएस के सूत्रों के मुताबिक, गुजरात जूनियर क्लर्क भर्ती परीक्षा का पेपर राज्य के बाहर लीक हुआ था. राज्य के बाहर पेपर मिलने के बाद एटीएस इंटर स्टेट ऑपरेट करने वाले प्रॉसेपेक्ट बायर्स की तलाश में थे. उन्होंने बताया कि पहली डील करीब 1.5 लाख में हुई थी. गुजरात के बाहर के आरोपी पेपर सौंपने के लिए राज्य में आए थे और तभी एटीएस ने उन्हें पकड़ लिया था. अब एटीएस द्वारा आगे की जांच की जा रही है.


इस पेपर लीक का मुख्य आरोपी गुजरात के वडोदरा से गिरफ्तार हुआ है. प्रदीप नाम के इस आरोपी से गुजरात एटीएस की टीम पूछताछ कर रही है. इसके अलावा वडोदरा में भास्कर चौधरी नाम से शख्स के कोचिंग पर गुजरात एटीएस ने छापा मारा है. यहां से भी करीब 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ये लोग वडोदरा में कॉम्पिटेटिव एग्जाम की तैयारी के लिए कोचिंग सेंटर चलाते हैं. बता दें कि पेपर आंध्र प्रदेश की एक एजेंसी को प्रिंट करने के लिए दिया गया था. वहीं, पुलिस ने रबर सटेम्प, आधार कार्ड, पेन कार्ड समेत कई अन्य चीजें भी बरामद की हैं.