Sea Vs Ocean: पृथ्‍वी पर करीब 71 फीसदी हिस्‍से में पानी और बाकी तकरीबन 29 प्रतिशत हिस्‍से पर भूमि मौजूद है. धरती पर मौजूद ये जल निकाय विभिन्न विशेषताओं वाले विभिन्न आकारों और स्थानों में मौजूद हैं, जो विभिन्न तरीकों से इंसानों और धरती पर मौजूद हर एक प्राणी के दिन-प्रतिदिन के अस्तित्व में अपनी अहम भूमिका निभाता है. इतना ही नहीं समुद्र, महासागर और नदियां आज के समय में भारी परिवहन और यात्रा का प्रमुख मार्ग है. आज हम जानेंगे कि सागर और महासागर में क्या फर्क होता हैं...


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सागर और महासागर में अंतर



वह विशाल जल निकाय जिसमें नदियां समाहित हो जाती हैं, वह समुद्र कहलाता है. ये महासागरों से छोटे होते हैं. महासागर का एक छोटा हिस्सा होते हैं समंदर, जो हमारी खाद्य आपूर्ति का एक स्रोत है. महासागर, समुद्र की अपेक्षा कहीं ज्यादा गहरे होते हैं.


किसी समंदर के तल की गहराई का पता लगाया जा सकता है, लेकिन महासागर की वास्तविक गहराई नापना बहुत मुश्किल है. उपलब्ध आंकड़ों की मानें तो प्रशांत महासागर का सबसे गहरा क्षेत्र मारिआना ट्रेंच है, जिसकी गहराई करीब 36,200 फीट मापी गई है, लेकिन वैज्ञानिक इसे प्रशांत महासागर की अधिकतम गहराई नहीं मानते. 


सबसे गहरा समंदर
सबसे गहरे समुद्र कैरेबियन सागर लगभग 22,788 फीट गहरा बताया जाता है. आमतौर पर सागर तकरीबन 3,953 फीट से 15,215 फीट गहरे होते हैं, जो एक, दो या तीनों तरफ से जमीन से घिरे होते हैं, जो अपने आसपास के भौगोलिक क्षेत्रों की जलवायु को बहुत ज्यादा प्रभावित करते हैं. 


विश्व को अंतरिक्ष से नीले संगमरमर का रूप देते हैं महासागर
ओशियन धरती की सतह के 2 तिहाई या 72 प्रतिशत हिस्से को कवर करते हैं. एक महासागर महाद्वीप के आसपास खारे पानी का भंडार विशाल होता है. महासागर विशाल जलीय जीव-जंतुओं का ठिकाना है. स्टारफिश, शार्क, व्हेल जैसी मछलियां भी महासागरों में पाई जाती हैं.सबसे छोटा आर्कटिक महासागर है और सबसे गहरा प्रशांत महासागर है. दक्षिणी महासागर को अंटार्कटिक महासागर भी कहा जाता है. विश्व के अलग-अलग हिस्से में महासागरों का तापमान अलग-अलग होता है.