नई दिल्ली: लिक्विड पेट्रोलियम गैस (LPG) का इस्तेमाल हम अपनी आम जिंदगी में करते हैं. रोज भोजन बनाने के लिए इस पर निर्भर होते हैं. आपने देखा होगा कि रसोई घर में लगे LPG सिलेंडर के नीचे कुछ छेद होते हैं. बिल्कुल नीचे, जिसके ऊपर सिलेंडर का पूरा भार होता है. क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? दरअसल, ये कोई फैशन की चीज नहीं है, बल्कि इसके पीछे साइंस है. आज के Knowledge पैकेज में हम आपको इसके बारे में बताएंगे. 


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बड़े काम के हैं सिलेंडर के नीच बने ये छेद
दरअसल, गैस के तापमान को नियंत्रित रखने के लिए इन छेद का इस्तेमाल किया जाता है. कई बार ऐसा होता है कि गैस सिलेंडर का तापमान काफी बढ़ जाता है. ऐसे में इस छेद से हवा पास होती है, जो तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है. साथ में यह सिलेंडर को सतह की गर्मी से भी बचाता है. कुल मिलकार ये छेद गैंस सिलेंडर को एक्सीडेंट्स से बचाते हैं. 


एक ही जैसा क्यों होता हैं सिलेंडर 
छेद के अलावा गैस किसी भी कंपनी का हो, कुछ और बातें भी सामान्य होती हैं. जैसे सिलेंडर का रंग और आकार. दरअसल, गैस सिलेंडर का रंग लाल इसलिए रखा जाता है, ताकि उसे दूर से देख जा सके. ऐसे में सिलेंडर के ट्रांसपोर्टेशन में आसानी होती है. वहीं, इनका शेप सिलेंड्रिकल ही होता है. आपने देखा होगा कि तेल और गैस को ट्रांसपोर्ट करने वाले टैंकर भी इसी शेप के होते हैं. दरअसल, सिलेंड्रिकल शेप में गैस और तेल सामान मात्रा में फैलते हैं. ऐसे में यह गैस को स्टोर करने के लिए सुरक्षित ऑप्शन होता है. 


गैस में से क्यों आती है बदबू
शायद आपको ना पता हो कि, मगर  LPG गैस की अपनी कोई स्मेल नहीं होती. लेकिन सिलेंडर में भरने के साथ ही  इसमें Ethyl Mercaptan नाम एक और गैस भी भरी जाती है. ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि अगर गैस लीक हो तो तुरंत बदबू आने लगे. लोग किसी भी प्रकार के एक्सीडेंट्स से बच सकें. अब तो आप समझ ही गए होंगे कि आपके गैस सिलेंडर का हर पार्ट बड़े काम का है.