पूरे 200 में से 200 अंक पाने वाले कृष्ण कुमार के पढ़ाई का तरीका है सबसे अलग, भक्ति के जरिए खुद को रखते हैं एकाग्रचित्त
Success Story: मेहनत और लगन कभी बेकार नहीं जाती. इनके दम पर तैयारी करके आप किसी भी प्रतियोगिता में कामयाबी हासिल कर सकते हैं. मेहनत बड़ा, छोटा या अमीर, गरीब नहीं देखती, जो परिश्रम करता है उसे बेहतर परिणाम जरूर मिलते हैं.
Success Story: मेहनत और लगन के दम पर देश की छोटी-छोटी जगहों में रहने वाले स्टूडेंट, पूरे देश में अपना और अपने परिवार का नाम रोशन कर रहे हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही स्टूडेंट की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने कड़े परिश्रम के बलबूते पर दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस में दाखिला पाया है.
आज हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के कृष्ण कुमार गुप्ता की. हाल ही में उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कृष्ण कुमार गुप्ता को सम्मानित किया है. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के रीवा जिले के निवासी कृष्ण कुमार ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा में 96 प्रतिशत नंबर हासिल किए हैं. रीवा जिले से शुरुआती स्कूली पढ़ाई करने के बाद कृष्ण कुमार देहरादून चले गए. यहां एशियन स्कूल से 12वीं की परीक्षा में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया.
इत तरह रखते हैं खुद को फोकस्ड
कृष्ण कुमार गुप्ता का कहना है कि बांसुरी बजाना और पूजा करना उनके डेली रूटीन का एक जरूरी हिस्सा है. इन्हीं तरीकों से वह पढ़ाई के लिए खुद को ज्यादा एकाग्रचित्त रख पाते हैं. हालांकि, आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि कृष्ण ने बांसुरी बजाना यूट्यब से सीखा है. इसके लिए कृष्ण ने कोई क्लासेस नहीं ली है. बताया जाता है कि हॉस्टल में रहकर पढ़ाई और पूजा दोनों पर ध्यान लगाते थे. वह स्कूल परिसर के मंदिर में नियमित रूप से पूजा करते थे. कृष्ण कुमार को पूजा-पाठ में ध्यान लगाने और बांसुरी बजाने के साथ प्ले करना बहुत पसंद है.
सीबीटी में हासिल किया बेहतर स्कोर
कृष्ण कुमार ने गुप्ता ने 12वीं के बाद सीबीटी के एग्जाम में हिस्सा लिया था, जिसमें उन्होंने बेहतरीन स्कोर हासिल किए. कृष्ण ने हिस्ट्री में 200 में से पूरे 200 नंबर, इकोनॉमिक्स में 200 में 190 अंक और पॉलिटिकल साइंस में 200 में 185 नंबर प्राप्त किए हैं.
डीयू के नार्थ कैंपस में मिला दाखिला
कॉलेज की पढ़ाई के लिए कृष्णा को दिल्ली यूनिवर्सिटी के नार्थ कैंपस में दाखिला मिला है. नार्थ कैंपस में एडमिशन मिलना अपने आप में ही एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है. यहां से डिग्री हासिल करने वाले छात्रों के पास भविष्य के लिए कई बेहतर अपॉर्चुनिटी होती हैं. कृष्ण कुमार की सफलता देश ये कहना गलत नहीं होगा कि छोटी जगह का सफलता से और भक्ति का उम्र से कोई वास्ता नहीं होता.