नई दिल्ली: PhD Entrance Exam 2021: देश भर की यूनिवर्सिटीज़ व उच्च शिक्षण संस्थानों के PhD कोर्सेस में एडमिशन लेने के लिए शिक्षा विभाग ने महत्त्वपूर्ण आदेश जारी किया. गाइडलाइंस में बताया गया कि शैक्षणिक सत्र 2022-23 से PhD में एडमिशन के लिए UGC NET एग्जाम क्लीयर करना अनिवार्य होगा. 


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NET एग्जाम क्लीयर किए बगैर PhD में एडमिशन लेना मुश्किल होगा. अभ्यर्थियों की मुश्किलें बढ़ते हुए नजर आ रही हैं, लेकिन यूजीसी के इस फैसले से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होने के आसार हैं. 


पहले क्या थे नियम?
उच्च शिक्षा के किसी भी सब्जेक्ट में PhD करने के लिए पहले संस्थान द्वारा आयोजित एंट्रेंस एग्जाम क्लीयर करना पड़ता था. फिर काउंसलिंग और खाली सीटों की डिटेल्स देख कर सिलेक्टेड कैंडिडेट को पीएचडी की सीट दी जाती थी. पीएचडी का फायदा नौकरी में मिलता था, इसी को देखते हुए ज्यादातर स्टूडेंट्स ने PhD में एडमिशन लेकर रिसर्च करना शुरू कर दिया था. 


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मजबूत होगा आधार
इन अभ्यर्थियों के कारण स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ रही थी, लेकिन रिसर्च रिज़ल्ट नहीं निकल पा रहे थे. लेकिन अब UGC NET एग्जाम क्लीयर करने वाले अभ्यर्थी ही पीएचडी में एडमिशन ले सकेंगे. बताया गया है कि हर बार जिन स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाता है, वह NET क्लीयर किए हुए नहीं होते हैं. लेकिन अब एक क्वालीफाइड वर्ग ही PhD करेगा और बेहतर नतीजे सामने आएंगे. 


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