ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की मतगणना में बीजेपी शानदार जीत की ओर बढ़ रही है. पार्टी को अब तक 29 सीटों पर जीत मिल चुकी और 3 पर आगे चल रही है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार कांग्रेस को यहां जोरदार झटका लगा है और महज 4 सीटों पर सिमट गई. इसके अलावा जनता दल (यूनाइटेड) सात सीटें जीतकर एक पर बढ़त बनाए हुए है तो वहीं नेशनल पीपल्स पार्टी एक सीट जीत चुकी है और 3 पर आगे चल रही है. इसके अलावा पीपल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल को 1 सीट से संतोष करना पड़ा. दो सीटें निर्दलीयों को मिली है.


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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी जदयू ने घोषणा की है कि वह अरुणाचल प्रदेश में भाजपा को पूर्ण समर्थन देगी. जदयू अरुणाचल प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में उभरी है.


जदयू के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता के सी त्यागी ने बताया, ‘‘हम छह सीट पर चुनाव जीत चुके हैं और एक सीट पर आगे भी चल रहे हैं. यह संख्या हमें राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी का दर्जा देती है, लेकिन हम अरुणाचल प्रदेश में भाजपा को अपना पूर्ण समर्थन देंगे. अगर हमें विपक्षी पार्टी का दर्जा भी मिलता है तो हम सहयोगात्मक विपक्ष के रूप में रहेंगे.’’  दरअसल, भाजपा और जदयू बिहार में सहयोगी पार्टी हैं जबकि पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा.


राज्य में कुल 60 विधानसभा सीटें हैं. 11 अप्रैल को यहां मतदान हुआ था. वर्तमान में बीजेपी के पेमा खांडू राज्य के मुख्यमंत्री हैं. पिछले चुनाव में यहां कांग्रेस ने 42 पर जीत दर्ज की थी. भारतीय जनता पार्टी ने 11 सीटें जीती थीं, निर्दलीय ने 2 और पीपल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी ने इस बार ’60 प्लस 2′ का नारा दिया है. कहा है कि वह सभी विधानसभा सीटें जीतने के साथ दो लोकसभा सीटें भी हासिल करेगी.


अरुणाचल प्रदेश अरुण+अचल से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है उगते सूर्य का पर्वत. उल्लेखनीय है कि सामाजिक नजरिये से अरुणाचल प्रदेश एशिया का सबसे विविधता वाला क्षेत्र माना जाता है.


विधानसभा चुनाव में यहां बीजेपी, कांग्रेस, एनपीपी, पीपीए और जनता दल (सेक्‍यूलर) के बीच जबरदस्‍त मुकाबला है. राज्‍य में 4,01,601 महिलाओं समेत कुल 7,94,162 मतदाताओं ने विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया.