Alka Yagnik Story: 90 के दशक की सुरीली आवाज का जिक्र हो तो अलका याग्निक का नाम और उनके गाए नगीने खुद ब खुद जुबां पर आ जाते हैं. एक से बढ़कर एक ऐसे गाने जिन्हें लोग आज भी सुनना पसंद करते हैं. लेकिन सिंगर की जिंदगी में एक मोड़ ऐसा भी आया जब कामयाबी उनके लिए कोई मायने नहीं रख रही थी. बस दिल में एक दर्द था और दिमाग पर एक बोझ. तब अलका याग्निक डिप्रेशन का शिकार हुई लेकिन अनु मलिक (Anu Malik) की एक जिद ने उनकी जिंदगी ही बदलकर रख दी. 


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पिता के निधन से डिप्रेशन में चली गई थीं अलका
रिफ्यूजी फिल्म की रिलीज से पहले अलका याग्निक पर दुखों पर पहाड़ टूट पड़ा था. उनके पिता का निधन हो गया जिनके वो सबसे करीब थीं नतीजा ये हुआ कि वो डिप्रेशन में चली गईं. उस वक्त उन्हें रिफ्यूजी फिल्म के गाने रिकॉर्ड करने थे लेकिन उनका मन नहीं हो रहा था रिकॉर्डिंग पर जाने का. साथ ही उन्होंने अपनी मां को कह दिया था कि उन्हें उस वक्त कोई रिकॉर्डिंग नहीं करनी. उन्होंने म्यूजिक डायरेक्टर्स के फोन उठाने बंद कर दिए थे.


अनु मलिक ने दिया घर के सामने धरना
अभिषेक बच्चन और करीना कपूर की डेब्यू मूवी रिफ्यूजी में अनु मलिक ने म्यूजिक दिया था. लिहाजा जब बार-बार फोन करने पर भी अलका याग्निक ने बात नहीं की तो वो सिंगर के घर के सामने ही धरने पर बैठ गए और जिद पर अड़ गए कि उन्हें घर से निकलकर स्टूडियो आना ही होगा और गाने रिकॉर्ड करने होंगे. तब मां के समझाने पर अलका याग्निक ने सारे गाने रिकॉर्ड किए थे. लेकिन ये सभी गाने दिल और दिमाग को इतना सुकून पहुंचाने वाले थे कि इन्होंने काफी हद तक अलका के दुख दर्द भी दूर कर दिए.


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