UP School Found Closed: यूपी में तीन महिला शिक्षकों ने 400 दिन की छुट्टी ली, आठ महीने से पड़ा मीड डे मील का सामान हो गया खराब.
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UP Primary School: उत्तर प्रदेश के उन्नाव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां भाजपा सांसद साक्षी महाराज के गोद लिए टीकरगढ़ी गांव का एक प्राइमरी स्कूल शिक्षकों की भारी अनुपस्थिति के कारण बंद पाया गया. जिला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर दूर स्थित इस प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों के बीच चल रहे विवाद के कारण कई सालों से पढ़ाई बाधित है. इस विद्यालय में एक प्रधानाध्यापिका समेत तीन शिक्षक तैनात थे.
राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्यामपति त्रिपाठी के सामने शिकायत दर्ज होने के बाद जांच के आदेश दिए गए. निरीक्षण के बाद चौंकाने वाले नतीजे सामने आए. टीम ने बंद कमरे को जबरन खोला और पाया कि स्कूल में लगभग आठ महीने से रखे गए मिड-डे मील के सामान पूरी तरह से खराब हो चुके थे.
खंड शिक्षा अधिकारी संजय यादव ने कहा, "जांच में पता चला कि स्कूल की शिक्षा समिति, जिसकी बैठक हर बुधवार को होनी थी, चार महीने से ज्यादा समय से नहीं हुई है. शिक्षकों ने एक ही साल में 365 दिन की सीमा से ज्यादा 400 दिनों की मेडिकल एंड चाइल्ड केयर लीव के लिए आवेदन किया था."
एनडीटीवी के मुताबिक, राज्य बाल संरक्षण आयोग की जांच के बाद जिलाधिकारी गौरांग राठी ने बीएसए संगीता सिंह को तीनों शिक्षिकाओं को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू करने का निर्देश दिया. इसके बाद शिक्षिकाओं अलका सिंह, मंजू यादव और अमिता शुक्ला को निलंबित कर दिया गया है.
विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुसार किसी कर्मचारी को उसकी पूरी सेवा के दौरान अधिकतम दो साल के लिए ही मेडिकल लीव दी जा सकती है, जिसकी अधिकतम अवधि एक बार में छह महीने हो सकती है. शिक्षा विभाग अब इन अनियमितताओं की जांच कर रहा है, जिसकी जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारी संजय यादव को सौंपी गई है.
बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) ने यह भी निर्देश दिया है कि शिक्षकों को अन्य स्कूलों में ट्रांसफर कर दिया जाए तथा उनकी सैलरी रोक दी जाए. खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान दो प्रमुख मुद्दे सामने आए: टीचर्स द्वारा ज्यादा छुट्टी लेना और मिड डे मील न बनने की शिकायतें.
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