चार महिलाओं की कहानी, जो बंदिशों को तोड़कर जीना चाहती हैं अपनी मर्जी की जिंदगी; कम बजट में की थी शानदार कमाई
Bollywood Low Budget Hit Movie: वैसे से महिलाओं पर बॉलीवुड अक्सर ही फिल्में बनाता है, जो हर तरह की कहानी से भरपूर होती हैं. ऐसी ही फिल्म थी ये. जहां अलग-अलग उम्र की चार महिलाएं सभी बंदिशों को तोड़कर अपनी मर्जी की जिंदगी जीना चाहती हैं. इस फिल्म मे कम बजट में छप्परफाड़ कमाई की थी.
Lipstick Under My Burkha Budget and Collection: बॉलीवुड की कई ऐसी फिल्में हैं, जो महिलाओं और उनके जीवन पर आधारित है, जिनमें दर्शाया जाता है कि जहां एक ओर हर कोई महिलाओं की हक में बात करते हुए उनकी तुलना मर्दों से करते हैं तो वहीं, समाज में कई लोग उनको कुछ नहीं समझते. ऐसे कई महिलाएं हैं जो अपनी लाइफ में कई सपने देखती हैं, लेकिन उनको पूरा करने के लिए उनको काफी कुछ झेलना पड़ता है.
ऐसा ही कुछ इस फिल्म में भी देखने को मिलता है. ये फिल्म है अलंकृता श्रीवास्तव (Alankrita Srivastava) के निर्देशन में बनी 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' (Lipstick Under My Burkha). यह फिल्म साल 2017 में रिलीज हुई थी, जिसमें रत्ना पाठक (Ratna Pathak), कोंकणा सेन शर्मा (Konkona Sen Sharma), अहाना कुमरा (Aahana Kumra) और पल्बिता बोरठाकुर (Plabita Borthakur) जैसी बड़ी कलाकार नजर आ रही हैं.
कम बजट में फिल्म ने की थी छप्पडफाड़ कमाई
फिल्म की कहानी इन्हीं चार महिलाओं की जिंदगी पर आधारित हैं, जो अपने-अपने बंदिशों में बंधी हैं और उनको तोड़कर ये अपनी जिंदगी जीना चाहती हैं. हालांकि, इसके लिए इनको समाज से लेकर खुद अपनो का सामना करना पड़ता है ये दिखाया गया है. खास बात यह है कि इस फिल्म ने बेहद कम बजट में छप्पड़फाड़ कमाई की थी. इस फिल्म के बजट की बात करें तो रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म का महज 6 करोड़ बताया जाता है, जिसने बॉक्स ऑफिस पर 21 करोड़ की शानदार कमाई की थी.
क्या है फिल्म की कहानी?
यह फिल्म एक 55 साल की विधवा ऊषा, 30 साल की शिरीन, 20-20 साल की लीला और रिहाना की कहानी है. ये तीन भोपाल स्थित हवाई महल नामक एक पुरानी बिल्डिंग में किराए पर रहा करती थी, जिसकी मालकिन ऊषा है. ऊषा धार्मिक किताबों के बीच में छुपा कर ‘वैसी वाली’ किताबें पढ़ती हैं. शिरीन अपने पति से छिपकर एक सेल्स गर्ल की नौकरी करती है. लीला किसी और से प्यार करती हैं, लेकिन उसके घर वाले कहीं और उसकी शादी तय कर देते हैं और रिहाना एक बुर्का सिलने वाले दर्जी की बेटी, जो घर से कॉलेज तक बुर्का पहनकर जाती है, लेकिन बाद उसको उतार देती है.