Dev Anand Throwback Stories: यूं तो बॉलीवुड में कई सुपरस्टार्स आएं, जिनकी दीवानगी फैंस के सिर पर चढ़कर बोला करती थी. उन्हीं में से एक देव आनंद थे. देव आनंद की दीवानगी सबसे ज्यादा फीमेल फैंस के अंदर देखने को मिला करती थी. इतना ही नहीं, बताया जाता है कि कोर्ट के देव आनंद पर काला कोर्ट पहने पर भी रोक लगा दी थी, लेकिन आपको ये जानकर हैरान होगी कि एक शाम तो एक्टर की वजह से पूरी मुंबई की सड़कों से टैक्सियां ही गायब हो गई थीं. 


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हालांकि, इसके पीछे की वजह कम ही लोग जानते हैं. आज हम आपको देव आनंद के कई अनसुने किस्सों में से एक एक दिलचस्प किस्सा बताने जा रहे हैं. ये किस्सा साल 1954 का है, जब देव आनंद की वजह से मुंबई की सड़कों से टैक्सियां गायब हो गई थीं, क्योंकि शहर की लगभग सभी टैक्सियां एक मुंबई के एक फेमस सिनेमाघर के बाहर खड़ी थीं और उनके ड्राइवर, उनके एसोसिएशन के अध्यक्ष के साथ, अंदर एक फिल्म देख रहे थे. जी हां, है ना ये काफी हैरान कर देने वाली बात. 



देव आनंद की फिल्म की वजह से गायब हो गई थीं टैक्सियां


इस किस्से का खुलासा खुद देव आनंद ने अपनी ऑटोबायोग्राफी 'रोमांसिंग विद लाइफ' में किया है. देव आनंद ने बताया कि जब साल 1954 में उनकी फिल्म 'टैक्सी ड्राइवर' रिलीज हुई थी, जिसके दौरान का ये किस्सा है. ये एक हल्के-फुल्के शोरगुल वाली शहरी रोमांस फिल्म थी, जिसमें देव आनंद, कल्पना कार्तिक और शीला रमानी जैसे कलाकार साथ नजर आए थे. देव आनंद की इसी फिल्म को देखने के लिए मुंबई के एक फेमस सिनेमाघर के बाहर टैक्सी ड्राइवरों की लाइन लग गई थी.


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जबरदस्त हिट हुई थी फिल्म 


ये फिल्म उस जमाने में टैक्सी ड्राइवरों के बीच काफी फेमस हुई थी. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त हिट रही थी. इतना ही नहीं, देव आनंद के दोस्त गुरु दत्त ने भी इस फिल्म की कहानी से मिलती-जुलती फिल्म 'आर पार' बनाई थी, लेकिन कोई भी फिल्म देव आनंद की फिल्म में भारी नहीं पड़ी. बता दें, फिल्म 'टैक्सी ड्राइवर' मंगल (देव आनंद) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो नाइट क्लब सिंगर सिल्वी (शीला रमानी) को सुनना पसंद करता है, लेकिन उसकी लाइफ तब मुश्किल हो जाती है जब वो माला (कल्पना कार्तिक) की मदद के लिए आता है.