Bollywood Friendship: बॉलीवुड में जिन परिवारों के बीच अच्छी दोस्ती को याद किया जाता है, उनमें यश चोपड़ा और जावेद अख्तर के परिवार शामिल हैं. यश चोपड़ा के लिए जावेद अख्तर ने राइटर सलीम के साथ मिलकर फिल्में लिखी, फिर अकेले गाने भी लिखे. जब जावेद अख्तर और उनकी पत्नी हनी ईरानी अलग हो गए तो हनी ने यश चोपड़ा के लिए लम्हे, आईना और डर जैसी फिल्में लिखी. लेकिन एक फिल्म ने इस परिवारों की दोस्ती खत्म कर दी. फरहान अख्तर की फिल्म दिल चाहता है (2001) जब रिलीज हुई, तब कहा कि तीन दोस्तों (आमिर खान, सैफ अली खान, अक्षय खन्ना) की यह कहानी सच्ची घटनाओं से प्रेरित है. लेकिन फहरान अख्तर ने इससे इंकार किया. फरहान फिल्म के राइटर-डायरेक्टर थे.


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कहानी में ट्विस्ट
सवाल यह है कि आखिर बात कहां से आई कि फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित हैॽ असल में एक दौर में फरहान अख्तर, आदित्य चोपड़ा और उदय चोपड़ा अच्छे दोस्त थे. तीनों साथ में खेले, पढ़े और बड़े हुए थे. लेकिन दोस्ती में दरार तब पड़ गई जब फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (1995) रिलीज हुई. फिल्म की रिलीज के साथ आदित्य चोपड़ा के नाम की धूम मच गई. वह फिल्म के कहानी लेखक थे, डायलॉग राइटर थे और डायरेक्टर भी. परंतु तभी हनी ईरानी ने आरोप लगाया कि दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे में, उन्हें बतौर कहानीकार क्रेडिट नहीं दिया गया. जबकि कहानी लिखने में उनका भी योगदान है. हनी ने कहा कि इस कहानी को लिखने के दौरान उनकी आदित्य चोपड़ा के साथ बातें होती रहीं. यही नहीं, वह फिल्म के स्विट्जरलैंड शेड्यूल पर भी गई थीं. मगर आदित्य चोपड़ा ने हनी ईरानी को स्टोरी राइटर के रूप में क्रेडिट नहीं दिया. यश चोपड़ा ने इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं किया.


याद हैं पुरानी बातें
इस मुद्दे पर विवाद तब बढ़ गया, जब मीडिया में तरह-तरह की खबरें आने लगीं. इसने दोनों परिवारों की दोस्ती को प्रभावित किया. फरहान अख्तर को बुरा लगा कि उनकी मां को उनके हिस्से का क्रेडिट नहीं दिया, जबकि फिल्म की सफलता के बारे में कुछ कहने की जरूरत नहीं बची. फरहान दोनों चोपड़ा बंधुओं से अलग हो गए. फरहान खास तौर पर उदय के ज्यादा नजदीक थे. उधर, हनी ईरानी और यश चोपड़ा की पत्नी पामेला की बहुत गहरी-पारिवारिक दोस्ती थी, वह भी इस फिल्म के साथ खत्म हो गई. फरहान अख्तर ने बाद में कहा कि दिल चाहता है इस दोस्ती के टूटने से प्रेरित भले ही नहीं थी, परंतु इतना जरूर है कि हम अपनी जिंदगी में कुछ बातों को नहीं भूल पाते हैं. फराहन ने कहा कि समय के साथ घाव भर जाते हैं और चोपड़ा बंधुओं के साथ आज उनके संबंध सामान्य हैं. भले ही पुरानी बातें अभी तक उन्हें याद हैं.