Bollywood Legend: प्रीमियर में फिल्म देखकर लोगों ने एक्टर को दी इतनी गालियां कि मां की आंखों में आ गए आंसू
Insaaf ka Tarazu: बी.आर. चोपड़ा की इंसाफ का तराजू हिंदी की शानदार फिल्मों में शुमार है. जिसने समाज में रेप जैसे घृणित अपराध पर खुली बहस की शुरुआत की. 1980 में इस फिल्म को पहले सिर्फ मुंबई में रिलीज किया गया, मगर जिस तरह से इसकी माउथ पब्लिसिटी हुई, उसने इसे पूरे देश में हिट कर दिया.
Bold Indian Film: इंसाफ का तराजू की गिनती 1980 की हिट फिल्मों में की जाती है. यह भारत की पहली ऐसी फिल्म थी जिसमें रेप जैसे सोशल मुद्दे पर बाकायदा लंबी अदालती बहस दिखाई गई थी. राज बब्बर, जीनत अमान, पद्मिनी कोल्हापुरे, दीपक पाराशर की इस फिल्म में मुख्य भूमिकाएं थी. बी.आर. चोपड़ा ने फिल्म का निर्माण-निर्देशन किया था. यह फिल्म 1976 में आई अमेरिकन फिल्म लिपस्टिक से प्रेरित थी. फिल्म में राज बब्बर रेपिस्ट बने थे. पहले वह जीनत अमान का रेप करते हैं. फिर बाद में उनकी छोटी बहन बनी पदमिनी कोल्हापुरे का भी रेप करते हैं. देखने वालों के यह सीन किसी शॉक से कम नहीं थे.
सबने किया इंकार
राज बब्बर अभिनेता तो बढ़िया थे ही, वह नाटकों की दुनिया से आए थे, इस फिल्म में उनका कैरेक्टर काफी दमदार था. इस कैरेक्टर को करने के लिए कोई एक्टर तैयार नहीं हो रहा था. बी.आर. चोपड़ा इंसाफ का तराजू की स्क्रिप्ट लेकर उस दौर के सभी बड़े एक्टर्स के पास गए. लेकिन नेगेटिव रोल के कारण सभी ने मना कर दिया. दीपक पाराशर जरूर यह रोल करना चाहते थे, लेकिन बी आर चोपड़ा उन्हें हीरो के रूप में देख रहे थे. उन्होंने दीपक को यह रोल देने से इंकार कर दिया. जब राज बब्बर को यह फिल्म ऑफर की गई तब उनके पास बड़े प्रोडक्शन हाउस की कोई फिल्म नहीं थी. साथ ही उन्हें एक अलग कैरेक्टर निभाने का मौका मिल रहा था. इसलिए वे फिल्म करने के लिए तैयार हो गए.
पब्लिक हुई इमोशनल
जब बी.आर चोपड़ा ने राज बब्बर को यह फिल्म ऑफर की तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि फिल्म में नेगेटिव किरदार से उनकी छवि पर गलत असर पड़ेगा. इस फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने कसम खा ली कि वह कभी इतन हार्ड नेगेटिव रोल और खासतौर पर रेपिस्ट की भूमिका नहीं करेंगे. दरअसल दिल्ली में इस फिल्म का प्रीमियर हुआ. फिल्म की स्क्रीनिंग पर राज बब्बर की मां शोभा बब्बर भी मौजूद थीं. फिल्म में जीनत अमान का रेप तो दर्शक किसी तरह पचा गए. लेकिन जब राज बब्बर को पद्मिनी कोल्हापुरे, जो कि एक छोटी बच्ची की भूमिका में थीं, का रेप सीन करते दिखाया गया तो उस दौरान राज को थियेटर में खूब गालियां मिलीं. लोगों इमोनशल होकर राज बब्बर को खूब अपशब्द कहे. दर्शकों के बीच मौजूद राज बब्बर की मां इससे इतनी आहत हुई कि वहीं रोने लगीं और उन्होंने राज से कहा कि कम खाकर जी लेना लेकिन ऐसा काम दोबारा मत करना.
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