बॉलीवुड के हीरो नंबर 1 गोविंदा ने हर किरदार हर डायलॉग से दर्शकों को खूब हंसाया और इनका डांसिंग स्टाइल सबसे अलग था. आज गोविंदा का सितारा बुलंदी पर नहीं है लेकिन एक समय उन्होंने बॉलीवुड में राज किया था. क्या आप जानते हैं कि 165 फिल्मों में नजर आए गोविंदा को एक्टर ऑफ डेकेड का टैग भी मिल चुका है लेकिन इस बुलंदी तक पहुंचने के लिए गोविंदा ने तगड़ी मेहनत की. फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखने वाले गोविंदा का स्ट्रगल किसी आउटसाइडर से कम नहीं रहा. 


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पिता थे गोविंदा से नाराज


गोविंदा के पिता अरुण अपने जमाने के एक्टर थे, लेकिन फिल्मों में पैसे लगाकर उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा. वहीं इनकी मां गायित्री देवी जानी-मानी सिंगर थीं. गोविंदा के जन्म से ठीक पहले इनकी मां साध्वी बन गई थीं. इस बात से उनके पिता इतने नाराज थे कि जब गोविंदा का जन्म हुआ तो पिता ने उन्हें गोद लेने से तक इनकार कर दिया था. कुछ महीनों बाद रिश्तेदारों के कहने पर इनके पिता ने सारे गिले शिकवे दूर कर लिए. 


गोविंदा को कर दिया गया था नौकरी के लिए रिजेक्ट


गोविंदा ने पढ़ाई पूरी कर ताज होटल में मैनेजर की नौकरी के लिए इंटरव्यू दिया था, लेकिन इंग्लिश ना आने पर उन्हें नौकरी नहीं मिली. जब हीरो बनने के लिए मां ने इनकार कर दिया तो वो मां को बिना बताए काम ढूंढने स्टूडियो के चक्कर काटने लगे. जब साल 1983 में डिस्को डांसर रिलीज हुई तो गोविंदा ने मिथुन के गानों पर अपना वीडियो बनाया और स्टूडियोज में भेज दिया. इसकी बदौलत पहले गोविंदा को महाभारत टीवी शो में अभिमन्यु का रोल मिला. इस शो से पहले ही गोविंदा को पहली फिल्म तन बदन मिल गई जो उनके मामाजी ने बनाई थी. पहली फिल्म रिलीज होते ही गोविंदा को एक साथ 49 फिल्में ऑफर हुई थीं. इसके बाद गोविंदा ने जो नाम और शोहरत हासिल किया उसका गवाह पूरा भारत है.  गोविंदा अपनी मां से बहुत प्यार करते थे और वह उनके पैरों को धोकर पीते थे.