Controversial Statement: जावेद अख्तर अपनी बात को बेबाकी से कहने के लिए जाने जाते हैं. लेकिन यही बात कभी-कभी उनपर भारी भी पड़ जाती है. उनके एक बयान ने मानो एक बार फिर से एक संग्राम छेड़ दिया है. बता दें कि ये विवादित बयान कॉमन सिविल कोड (Common Civil Code) के बारे में बात करते हुए दिया गया था. 


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समझाया कॉमन सिविल कोड का मतलब


एक इंटरव्यू में कॉमन सिविल कोड का मतलब समझाते हुए जावेद अख्तर ने कहा कि मेरा एक बेटा और एक बेटी है. अगर मुझे अपनी प्रॉपर्टी देनी होगी तो मैं उसके दो बराबर हिस्से करूंगा. जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने आगे कहा कि कॉमन सिविल कोड का मतलब केवल सभी समुदायों के लिए एक कानून होना नहीं बल्कि औरत और मर्द के लिए भी एक कानून होना है. 


औरत को भी मिले एक से ज्यादा पति रखने का हक!


जावेद अख्तर जहां अपने शब्दों की वजह से लोगों का दिल जीतते हैं तो वहीं कई बार उनके शब्द लोगों का दिल चीरकर चले जाते हैं. दरअसल इस दौरान जावेद ने कहा कि अगर मर्दों को एक से ज्यादा बेगम रखने का अधिकार (Right) दिया गया है तो औरतों को भी एक से ज्यादा पति रखने का हक मिलना चाहिए. अगर ऐसा नहीं है तो ये बराबरी कैसे हुई. इस बयान के बाद कुछ लोगों ने मिलकर जावेद अख्तर के खिलाफ आवाज उठाने की बात भी कही है. 


सोशल मीडिया पर जमकर चल रहा हंगामा


जावेद के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर जमकर बवाल मच रहा है. कई लोगों ने लेखक के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए माफी की मांग भी की है. सैफ अब्बास नकवी (Syed Saif Abbas Naqvi) ने जावेद अख्तर के इस बयान को शर्मनाक करार दिया है. हालांकि कई लोग जावेद अख्तर की बात का सपोर्ट करते भी नजर आए. 


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