Katrina Kaif: चाचा चौधरी की कॉमिक में पहुंची कैटरीना कैफ, ईशान खट्टर और सिद्धांत चतुर्वेदी को वहां भी मिला अनोखा काम
Phone Bhoot Comic: यह फिल्म प्रमोशन का अलग अंदाज है. फोन भूत कॉमेडी है. निर्माता चाहते हैं कि इसे आठ साल के बच्चे से लेकर 80 साल के बूढ़े देखें. बच्चों को फिल्म से जोड़ने के लिए निर्माताओं ने चाचा चौधरी की कॉमिक के प्रकाशकों से अनुबंध किया है. अब कैटरीना और उनके हीरो एक विशेष कॉमिक कथा में चाचा चौधरी के संग मिलकर भूतों की दुनिया में प्रवेश करेंगे.
Phone Bhoot Release Date: चार नवंबर को रिलीज होने वाली फिल्म फोन भूत की पब्लिसिटी के लिए अब प्रसिद्ध कॉमिक कैरेक्टर चाचा चौधरी की मदद ली जा रही है. फिल्म के प्रोड्यूसरों फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी ने डायमंड टून्स के साथ मिलकर फिल्म के किरदारों पर एक कॉमिक कथा तैयार की है. इसके लिए फिल्म के तीनों मुख्य किरदार कैटरीना कैफ, ईशान खट्टर और सिद्धांत चतुर्वेदी के कॉमिक स्केच बनाए गए हैं. दोनों कंपनियों के बीच हुए अनुबंध के अनुसार डायमंड टून्स फिल्म की रिलीज से पहले चाचा चौधरी की एक कॉमिक बुक रिलीज करेगी, जिसमें फिल्म के तीन मेन कैरेक्टर चाचा चौधरी की स्टोरी का हिस्सा रहेंगे.
हर जगह फिट चाचा चौधरी
डायमंड टून्स के महानिदेशक मनीष वर्मा का कहना है कि चाचा चौधरी ऑल राउंडर हैं और किसी भी सिचुएशन में हर किसी के साथ फिट हो जाते हैं. हमेशा उनके साथ रहने वाला साबू भी हर जगह मौजूद रहता है. उन्होंने बताया कि वह फिल्म की रिलीज के समय हम कॉमिक लेकर आ रहे हैं, चाचा चौधरी और फोन भूत. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या चाचा चौधरी की इस कहानी का फिल्म फोन भूत की कहानी से कोई कनेक्शन या रहेगा या फिर वह स्वतंत्र रहेगी. उन्होंने उम्मीद जताई की चाचा चौधरी के फोन भूत से जुड़ने के कारण आठ साल के बच्चे से लेकर 80 साल के बूढ़े तक इस फिल्म से कनेक्ट हो सकेंगे.
एक सुपरनेचरल कॉमेडी
फोन भूत एक सुपरनेचरल कॉमेडी फिल्म है, जिसे रवि शंकरन तथा जसविंदर सिंह बाथ ने लिखा है. गुरमीत सिंह फिल्म के निर्देशक हैं. फरहान अख्तर तथा रितेश सिधवानी की कंपनी एक्सेल एंटरटेनमेंट ने इसे प्रोड्यूस किया है. वैसे यह पहला मौका नहीं है कि एक्सेल एंटरटेनमेंट अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए डायमंड टून्स के साथ जुड़ा है. इससे पहले भी फिल्म फुकरे रिटर्न्स के प्रमोशन के लिए यह दोनों कम्पनी साथ आई थीं. मनीष वर्मा का कहना है कि हम बहुत खुश हैं कि इस तरह का कोलेब्रेशन हो रहा है. यह आगे भी होना चाहिए. फिल्मों से जुड़ने के कारण कॉमिक का भी मार्केट में प्रमोशन होता है और ऐसे समय में जबकि बच्चों के पढ़ने की आदत कम हो रही है, फिल्मों से कॉमिक का कनेक्शन उन्हें बच्चों के नजदीक ले जाता है.
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