Nawazuddin Siddiqi Straggle: सरफरोश, मुन्ना भाई एमबीबीएस, और मनोरमा सिक्स फीट अंडर जैसी चर्चित फिल्मों में छोटी-छोटी भूमिकाओं से बॉलीवुड करियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी आज बड़े सितारे हैं. उनके नाम पर आज सेक्रेड गेम्स जैसी वेबसीरीज और गैंग्स ऑफ वासेपुर और मंटो जैसी फिल्में हैं. रमन राघव 2.0 से उन्होंने अपनी अलग छाप छोड़ी है. यह अलग बात है कि इन दिनों वह अपने करियर में बॉक्स ऑफिस के स्ट्रगल का सामना कर रहे हैं. परंतु उनके पास काम की नहीं है. मई में उनकी दो फिल्में रिलीज हुईं. हालांकि वे दर्शकों के दिलों में जगह नहीं बना सकीं और टिकट खिड़की पर नाकाम रहीं. इस बीच नवाज अपने स्ट्रगल के दिनों को नहीं भूले हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हुआ हजारों बार
हाल ही में बीबीसी हिंदी के साथ एक साक्षात्कार में नवाज ने याद किया कि जब वह स्टार नहीं थे, तो कैसे सेट पर उनके साथ कुछ मौकों पर दुर्व्यवहार किया गया. उनसे पूछा गया था कि क्या फिल्मों में स्ट्रगल के दिनों उनके साथ किसी फिल्म के सैट पर दुर्व्यवहार हुआ था. इस पर नवाज ने कहा कि बेशक, हजारों बार ऐसा हुआ. उन्होंने बताया कि कभी सेट पर मैं स्पॉट बॉय से पानी मांगता था तो वह मुझे पूरी तरह से इग्नोर कर देते थे. फिर मुझे स्वयं उठकर पानी लेना पड़ता था. उन्होंने बताया कि बॉलीवुड में बहुत सारे प्रोडक्शन हाउसों में शूटिंग के दौरान खाने-पीने की अलग-अलग व्यवस्था रहती है. जिसमें एक्टर-स्टार और तकनीशियन अलग-अलग खाना खाते हैं. जूनियर कलाकार की व्यवस्था अलग की जाती है.


अहंकार को ठेस
नवाज ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि कई सारे निर्माता खाने-पीने में भेदभाव करते हैं. हालांकि इसमें उन्होंने कहा कि कई यशराज फिल्म्स जैसे बड़े हाउस भी हैं, जहां सब लोग एक साथ खाना खाते हैं. नवाज ने बताया कि उनके साथ ऐसा भी हुआ कि जब वह उस जगह पर खाना खा रहे थे, जहां सितारों के लिए व्यवस्था की गई थी, तो उन्हें कॉलर खींचकर निकाल दिया गया. उन्होंने कहा कि ऐसी बातें अहंकार को ठेस पहुंचाती थीं, मुझे गुस्सा आता था. नवाज ने कहा कि मुझे लगा कि अभिनेताओं को अधिक सम्मान दिया जाना चाहिए. चाहे वे फिल्म में बड़ा रोल निभा रहे हों या फिर छोटा.