OSCAR में जा पहुंची पंचायत के ‘विकास’ की फिल्म चम्पारण मटन, फ्री में किया काम, 2400 फिल्मों में से हुआ सेलेक्शन!
Champaran Mutton Movie: रंजन कुमार बिहार के रहने वाले हैं जो पुणे में पढ़ रहे हैं लिहाजा फाइनल एग्जाम के दौरान उन्हें एक फिल्म बनानी थी और रंजन के लिए इसके लिए विषय चुना चम्पारण मटन को. अब ये फिल्म ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हो गई है.
Champaran Mutton Nominated for Oscar: कहते हैं कुछ बेहतर करना हो तो ना अनुभव की जरूरत होती है और ना ही फैसले की. बस कुछ चाहिए तो सही नीयत और काम के प्रति ईमानदारी. यही बात बिहार के रहने वाले रंजन कुमार ने दिखाई. जो फिलहाल पुणे के फिल्म ऐंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के स्टूडेंट हैं और एक प्रोजेक्ट के तरह फिल्म बनाकर चर्चा में आ गए हैं. उनकी सही नीयत और ईमानदारी का नतीजा ये रहा है कि उनकी फिल्म चम्पारण मटन (Champaran Mutton) को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट कर लिया गया है.
ऑस्कर के स्टूडेंट एकेडमी अवॉर्ड 2023 के लिए हुई सेलेक्ट
रंजन कुमार बिहार के रहने वाले हैं जो पुणे में पढ़ रहे हैं लिहाजा फाइनल एग्जाम के दौरान उन्हें एक फिल्म बनानी थी और रंजन के लिए इसके लिए विषय चुना चम्पारण मटन को. ये फिल्म बनने के बाद इंस्टीट्यूट के जज देखते हैं और इसे डायरेक्शन, राइटिंग, सिनेमैटोग्राफी-एडिटिंग, प्रोडक्शन डिजाइन, साउंड डिजाइन के आधार पर नंबर देते हैं. वहीं फिल्म अच्छी हो तो कॉलेज की तरफ से इसे अलग अलग मंच और फिल्म फेस्टिवल में भेजा जाता है. चम्पारण मटन को भी भेजा गया था.ऑस्कर में भी जब इसे भेजा गया तो इसे सेलेक्ट कर लिया गया और देखते ही देखते ये फिल्म जा पहुंची है स्टूडेंट एकेडमी अवॉर्ड 2023 के सेमीफाइनल में.
2400 फिल्मों में से चुनी गई.
कहा जा रहा है कि इन एकेडमी अवॉर्ड्स में हर साल हजारों फिल्में जाती हैं जो कॉलेज स्टूडेंट ही बनाते हैं. इस बार कुल 2400 फिल्में भेजी गई थीं जिनमें से चम्पारण मटन इंडिया की तरफ से इकलौती चुनी गई फिल्म है. ये नैरेटिव कैटेगरी में सेलेक्ट हुई है.
पंचायत के विकास ने निभाया है लीड रोल
इस फिल्म में चंदन रॉय जो वेब सीरीज पंचायत में विकास के रोल में दिखे थे लीड रोल में हैं. बताया गया है कि इस फिल्म में चंदन ने फ्री में काम किया है क्योंकि वो खुद बिहार से है और इस फिल्म से वो खुद को अटैच कर पाए. फिल्म लॉकडाउन के बाद की उस स्थिति पर है जिसमें लोगों ने काफी कुछ झेला. खासतौर से ना जान कितने ही लोगों ने अपनी नौकरी गवां दी.