जिस फिल्मी गाने 'चिट्ठी आई है' ने रातोंरात गजल गायक पंकज उधास को हिंदी जगत में लोकप्रिय कर दिया था, वह उस गीत को आवाज देने के लिए तैयार नहीं थे. मशहूर डायरेक्टर महेश भट्ट ने बताया कि उन्हें राजी करने में बहुत मशक्कत करनी पड़ी थी. दरअसल 'नाम' फिल्म महेश भट्ट की ही थी. जिसका  'चिट्ठी आई है' गाने ने धूम मचा दी थी.


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साल 1986 की फिल्म 'नाम' के इस गीत के जरिये पंकज उधास को खास पहचान मिली थी. उधास का 72 साल की उम्र में मुंबई के एक अस्पताल में सोमवार को निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार थे. भट्ट ने कहा कि पंकज उधास का नाम सलमान खान के पिता और स्क्रिप्ट राइटर सलीम खान ने सुझाया था.


किसने तैयार किया था गाना
महेश भट्ट ने कहा कि उन्हें खुशी है कि वे गीत के लिए गजल गायक को मनाने में सफल हुए और आखिरकार यह गीत फिल्म की जान बन गया. फिल्म में उधास खुद एक समारोह में 'चिट्ठी आई है' गीत गाते हुए दिखाई देते हैं. यह गीत आनंद बक्शी ने लिखा था और संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने तैयार किया था.


महेश भट्ट ने राजी किया था पंकज उधास को
 'पीटीआई-भाषा' को दिए इंटरव्यू में महेश भट्ट ने कहा, 'पंकज उधास इस गाने को लेकर राजी नहीं थे.वह (उधास) इस बात को लेकर असमंजस में थे कि क्या वह इसे ठीक से कर पाएंगे. वह इससे पहले स्टेज पर परफॉर्म किया करते थे. हम उनकी जगह किसी और को नहीं दिखाना चाहते थे. मैंने उनसे बस इतना कहा (सोचिए) कि आप सिंगापुर या लंदन में अपना कोई शो कर रहे हैं और मंच पर गाना गा रहे हैं. यही एकमात्र तरीका था, जिससे हम गाना शूट कर पायेंगे.''


उन्होंने कहा, ''मुझे याद है कि मैं और सरोज खान (फिल्म में कोरियोग्राफर) लंबे समय तक शूटिंग किया करते थे क्योंकि वह उन कलाकारों में शामिल नहीं थे जो टुकड़ों में शूटिंग करने के आदी हैं, बल्कि उन्हें जब लंबे समय के लिए परफॉर्म करने का मौका मिलता था तब वह अपनी रौ में आ पाते थे.’’ 


एयरपोर्ट से आए और शूट किया वो गाना
निर्देशक ने कहा, ‘‘फिल्म 'नाम' के बारे में सोचिये और फिर 'चिट्ठी आई है' का ख्याल दिल में लाइए. आप धड़कन को दिल से अलग नहीं कर सकते.'' भट्ट ने कहा, ''मैं संजय दत्त से बातचीत कर रहा था और हम दोनों गीत की शूटिंग के उन दिनों को याद कर रहे थे, खासकर उनकी (उधास) मौजूदगी के बारे में. वह (उधास) एयरपोर्ट से सीधा सेट पर आए और बिना रुके शूटिंग कर अपने शो के लिए निकल गये. उनके (उधास) जैसे व्यक्ति के साथ संपर्क होना मेरे लिए खुशकिस्मती है. उनकी सादगी दिल को छू लेने वाली थी और उनकी आवाज में भी उनकी वही सादगी झलकती थी.


इनपुट: भाषा