Sonu Nigam: बॉलीवुड में ऐसे कई सितारे रहे हैं, जिन्होंने अपने परिवार की बेटियों को फिल्मों में काम करने से रोका. या फिर रोकना चाहा. इंडस्ट्री का नंबर 1 परिवार कहलाने वाले कपूर खानदान की बेटियां और बहुएं लंबे समय तक फिल्मों से दूर रहीं. हालांकि समय के साथ हालात और सोच बदली. ऐसे ही बॉलीवुड सितारों में शामिल राज बब्बर नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी जूही बब्बर (Juhi Babbar) फिल्मी दुनिया में कदम रखें. परंतु जूही एक्टर थीं. उनकी मां नादिरा बब्बर (Nadira Babbar) रंगमंच की बड़े अभिनेत्री और निर्देशक हैं. ऐसे में आखिरकार राज बब्बर को बेटी की जिद के आगे झुकना पड़ा, परंतु उन्होंने एक शर्त रखी.


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ऐसे बनी फिल्म
राज बब्बर ने कहा कि उनकी बेटी उसी फिल्म से डेब्यू करेगी, जिसे वह खुद प्रोड्यूस करेंगे. इस तरह जूही फिल्मों में आईं. उनकी पहली फिल्म थी, काश... आप हमारे होते. निर्देशक रवींद्र पीपट की यह फिल्म 2003 में रिलीज हुई. कहा जाता है कि काश... आप हमारे होते की योजना 1980 के दशक के अंत में स्मिता पाटिल (Smita Patil) और राज बब्बर को मुख्य भूमिका में लेकर बनाई गई थी. लेकिन स्मिता का निधन होने के बाद यह फिल्म बंद हो गई थी. खैर, काश... आप हमारे होते में सोनू निगम (Sonu Nigam) फिल्म के हीरो थे. जानी दुश्मन एक अनोखी कहानी (2002) से एक्टिंग में डेब्यू के बाद सोनू निगम की यह दूसरी फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर असफल रही. काश... आप हमारे होते में राज बब्बर की पहली पसंद अक्षय खन्ना (Akshay Kumar) थे, परंतु बात नहीं बनी. सैफ अली खान (Saif Ali Khan) को लीड रोल ऑफर किया गया था, बात नहीं बन पाई.


नहीं बढ़ा करियर
डेब्यू फिल्म फ्लॉप होने के बाद जूही का करियर रफ्तार नहीं पकड़ सका. उन्होंने पंजाबी फिल्मों का रुख किया और यारां नाल बहारां (2005) में आई. बॉलीवुड में उनकी अगली फिल्म उन्सः लव... फॉरएवर (2006). यह भी नहीं चली. इसके बाद वह एक टीवी सीरियल में दिखीं और फिर लंबे समय के लिए ग्लैमर की दुनिया से दूर हो गईं. 2018 में फिल्म अय्यारी और पिछले साल फिल्म फराज में नजर आईं. पारंपरिक हीरो के रूप में इस फिल्म से करियर शुरू करने वाले सोनू निगम भी ज्यादा आगे बढ़ पाए. 2003 में उनकी फिल्म लव इन नेपाल आई. जो बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह नाकाम साबित हुई. इसके बाद सोनू ने भी फिल्मों में एक्टिंग को अलविदा कह दिया.