एक सीन, एक्ट्रेस की दादी के पैरों में गिरे राज कपूर...फिर 4 घंटे की फिल्म से काटा बवाल; क्या है फिल्मी किस्सा?
Raj Kapoor Movies: दिग्गज एक्टर और फिल्ममेकर राज कपूर ने अपनी फिल्म संगम की एक्ट्रेस वैजयंतीमाला की दादी के पैरों में गिरकर एक सीन के लिए परमिशन मांगी थी. आइए, यहां जानते हैं आखिर क्या है वो फिल्मी किस्सा?
Sangam Movie: हिंदी सिनेमा जगत के इतिहास में राज कपूर का एक बड़ा योगदान रहा है. राज कपूर (Raj Kapoor) ने केवल अपनी अदाकारी ही नहीं बल्कि फिल्में बनाने की कला से भी लाखों-करोड़ों लोगों का दिल जीता है. राज कपूर ने कई हिट और सुपरहिट फिल्में हिंदी सिनेमा जगत को दी हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं राज कपूर ने अपनी एक फिल्म के एक छोटे-से सीन के लिए दिग्गज एक्ट्रेस वैजयंतीमाला (Vyajyantimala) की दादी के पैरों में पड़पर मिन्नतें की थीं. जी हां...राज कपूर जब फिल्म संगम बना रहे थे, तब उन्हें वैजयंतीमाला की दादी के पैरों में पड़कर एक सीन के लिए परमिशन मांगनी पड़ी थी.
क्यों वैजयंतीमाला की दादी के पैरों में पड़े थे राज कपूर?
एंटरटेनमेंट खबरों की मानें तो 1960 के दशक में आई फिल्म संगम (Sangam) के लिए शोमैन यानी राज कपूर (Raj Kapoor Movies) को एक्ट्रेस वैजयंतीमाला की दादी के पैरों में गिरकर मिन्नतें करनी पड़ी थीं. कहा जाता है कि वैजयंतीमाला अपनी दादी के करीब थीं, जो भी सलाह-मशवरा वह करती थीं, वह अपनी दादी के साथ किया करती थीं. और जब वैजयंतीमाला के सामने पहली बार फिल्म में बिकिनी पहनने की बात आई तो सिर्फ एक्ट्रेस ही नहीं राज कपूर को भी उनकी दादी से परमिशन लेनी पड़ी.
मोनोकिनी सीन के लिए राज कपूर ने मांगी परमिशन!
एंटरटेनमेंट रिपोर्ट्स के मुताबिक, वैजयंतीमाला (vyajyantimala Films) ने इस फिल्मी किस्से का जिक्र अपनी किताब बॉन्डिंग..ए मेमॉयर में किया है. वैजंयतीमाला ने लिखा है- 'राज कपूर के बारे में उनकी धारणा थी कि वह बहुत खुशमिजाज थे, दादी के साथ बहुत प्यारे थे, उनके पैरों में बैठते थे, उनके हाथ पकड़ते थे और उनकी तरफ देखते और विनती करते थे. अम्माजी, अम्माजी, इस तरह वह रियल लाइफ में औऱ बेहतर अभिनेता थे.' एक्ट्रेस ने अपनी किताब में लिखा है- 'वह अपनी फिल्मों के लिए कुछ भी करते थे. अगर वह एक खास तरह से सीन करना चाहते तो वह जानते थे कि इसे कैसे करना है. अम्मा जी, यह ठीक रहेगा क्योंकि वह पानी में होगी. यह सब एक लंबे शॉट में होगा और बाकी एक डुप्लीकेट की मदद से होगा.'
संगम में मोनोकिनी सीन कैसे हुआ था शूट?
वैजयंतीमाला (vyajyantimala Sangam) ने संगम का किस्सा शेयर करते हुए लिखा है- 'पूल में जाने से पहले वह पूरी तरह से ढकी हुई थीं, लेकिन घंटों पानी में रहना मुश्किल था, तब दादी ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि हम सब वहां हैं और चीजें हाथ से बाहर नहीं जाएंगी.' बता दें, संगम मूवी बॉलीवुड की पहली फिल्म मानी जाती है, जिसे विदेश में शूट किया गया था. यह 4 घंटे लंबी फिल्म थी, जिसमें दो इंटरवल रखे गए थे.