यह थी सिनेमाघरों में 100 दिनों तक चलने वाली पहली हिंदी फिल्म, राजेश खन्ना बन गए थे सुपरस्टार
Bollywood Retro: राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर की फिल्म `आराधना` भारत और सोवियत संघ में एक ब्लॉकबस्टर थी. इस फिल्म की थीम 1946 की फिल्म `टू ईच हिज ओन` पर आधारित थी. इस फिल्म के लिए राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर दोनों ने फिल्मफेयर अवार्ड्स जीते थे. यह फिल्म इतनी सफल हुई थी कि तमिल और तेलुगु में इसके रीमेक बने थे.
Bollywood Retro: राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) भारतीय सिनेमा के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक हैं. उन्हें बॉलीवुड में सुपरस्टार का दर्जा हासिल था. उनका फिल्मी करियर शानदार रहा. उन्होंने अलग-अलग किरदार निभाकर ना केवल भारतीय सिनेमा बल्कि फैन्स के दिलों पर भी अमिट छाप छोड़ी हैं. अपनी फिल्मों से कई रिकॉर्ड बनाने वाले राजेश खन्ना की एक फिल्म के नाम अनोखा रिकॉर्ड है. शक्ति सामंत निर्देशित और राजेश खन्ना-शर्मिला टैगोर स्टारर फिल्म 'आराधना' ने एक खास मुकाम हासिल किया है.
फिल्म 'आराधना' (Aradhana) ने बॉक्स ऑफिस पर गोल्डन परफॉर्मेंस दिया था और 100 से अधिक दिनों तक सफलतापूर्वक चलने वाली पहली हिंदी फिल्म बन गई थी. पूर्वोत्तर और 4 दक्षिण भारतीय राज्यों के गैर-हिंदी भाषी क्षेत्रों में इस फिल्म के एक दिन में चार शो होते थे. आराधना पूरे दक्षिण भारत के सिनेमाघरों में 3 साल तक चली और पूरे भारत में प्लैटिनम जुबली हिट रही.
राजेश खन्ना ने निभाई थी दोहरी भूमिका
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म के 42 मिलियन टिकट बेचे गए थे. इसने बॉक्स ऑफिस पर 7 करोड़ रुपये की कमाई की थी. 'आराधना' 27 सितंबर, 1969 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. 'आराधना' में शर्मिला टैगोर (Sharmila Tagore), फरीदा जलाल और मदन पुरी जैसे शानदार कलाकार थे. फिल्म 'आराधना' में राजेश खन्ना ने पति (एयरफोर्स पायलट अरुण) और बेटे (सूरज प्रसाद सक्सेना) की दोहरी भूमिका निभाई है. इस फिल्म ने राजेश खन्ना के स्टारडम को और भी ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया था.
फिल्म का म्यूजिक भी हुआ था सुपरहिट
फिल्म 'आराधना' का संगीत भी दर्शकों के बीच हिट हुआ, खासकर सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला गाना था- 'मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू.' इस गाने को दार्जिलिंग की खूबसूरत वादियों के बीच शूट किया गया था. इस ट्रैक से राजेश खन्ना का सिग्नेचर हेड टिल्ट और हैंड मूवमेंट दर्शकों के बीच हिट हो गया था. इस गीत को किशोर कुमार ने अपनी खूबसूरत आवाज में सजाया था, जबकि सचिन देव बर्मन ने इसका संगीत तैयार किया था.