Bollywood Villains: हीरोइनों की साड़ियां खींच-खींच कर थक गया था यह विलेन, खुद बयान किया दर्द
Actor Ranjeet: हिंदी फिल्मों में सबसे ज्यादा नफरत पाने वाले खलनायक रंजीत शाकाहारी हैं. उन्होंने न कभी सिगरेट को हाथ लगाया और न शराब को. लेकिन पर्दे पर उनका अंदाज साथी खलनायकों को पीछे छोड़ देता था. उन्हें देखते ही पर्दे पर अभिनेत्रियां यहां-वहां छुपने लग जाती थीं. लेकिन क्या सोचते थे खुद रंजीत...
Ranjeet Films: बॉलीवुड के चर्चित खलनायकों की सूची में रंजीत को कभी छोड़ा नहीं जा सकता. 1970 और 1980 के दशक में वह बॉलीवुड के सबसे कुख्यात खलनायकों में एक थे. पर्दे पर उनकी नजरों से लड़कियां डर जाती थी और उन्हें लोग अपशब्द कहा करते थे. लेकिन यह उनकी कमाल की अदाकारी थी, जो लोग उनसे नफतर करते थे. रंजीत ने अमर अकबर एंथोनी, नागिन, सुहाग, रॉकी, सरफरोश और हाउसफुल फ्रेंचाइजी सहित कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों में अभिनय किया. वह 200 से ज्यादा फिल्मों में एक्टिंग कर चुके हैं और उन्होंने जबर्दस्त रूप से खलनायक की भूमिकाएं निभाई. आमतौर पर रंजीत का किरदार हमेशा इस तरह से गढ़ा जाता कि वे अभिनेत्रियों के साथ छेड़छाड़, दुर्व्यवहार और रेप (Rape) करते हुए नजर आते थे. उन पर फिल्माए गए रेप सीन (Rape Scene) इतने चर्चित हुए कि फिल्म हाउसफुल 2 में निर्देशक ने उन्हें थैरेपिस्ट (Therapist) के किरदार में दिखाया मगर इसे ‘थे-रेपिस्ट’ की तरह दर्शाया गया.
तंग आ गए फिर
रंजीत मीडिया से मिलनसार हैं और खुशनुमा अंदाज में बातें करते हैं. वह 80 बरस के पार हो चुके हैं और उनका बेटा भी बॉलीवुड फिल्मों में आ चुका है. कुछ समय पहले लहरें रेट्रो के एक साक्षात्कार में रंजीत ने याद किया कि एक समय उनके पास एक साथ लगभग 80 फिल्में थीं. उनमें से कुछ में महत्वपूर्ण भूमिकाए थीं, जबकि अन्य में छोटी भूमिकाएं थीं. उन्होंने कहा कि इन फिल्मों में अधिकांश में उनका चरित्र किसी अभिनेत्री के साथ छेड़छाड़ करता था या अभिनेत्रियों की साड़ियां खींचता था. उस दौर में पर्दे पर नायिकाएं अधिकतर साड़ियों में आती थीं. रंजीत ने कहा कि सच यह है कि पर्दे पर हीरोइनों की साड़ियां खींचने का काम करते-करते तंग आ गया था. तब मैंने खुद से ही पूछा कि मैं किसके लिए इतना काम करता हूं. रंजीत ने बताया कि उन्हें यह बात तब गहराई से चुभी थी, जब उनकी मां एक बार उनसे मिलने मुंबई आई थीं और अपनी फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त होने के कारण वह उन्हें छोड़ने के लिए हवाई अड्डे तक भी नहीं जा सके थे.
रणजीत का करियर
अपने करीब पांच दशक के दशकों के करियर में रंजीत 200 से अधिक हिंदी फिल्मों का हिस्सा रहे हैं. उन्होंने 1970 में सावन भादों से अपनी शुरुआत की. हालांकि 1971 में आई फिल्म शर्मीली में उनकी नेगेटिव भूमिका ने उन्हें खूब प्रसिद्धि और सफलता दिलाई. इसके बाद उन्होंने खलनायक भूमिकाए निभाना जारी रखा. वह अपने समय के सबसे पसंदीदा और खूंखार खलनायकों में से एक माने जाते रहे. रंजीत ने पंजाबी फिल्मों में भी काम किया. इतना ही नहीं, उन्होंने हिंदी धारावाहिक ऐसा देस है मेरा में एक सकारात्मक किरदार भी निभाया. इस बीच उन्होंने दो बॉलीवुड फिल्मों का निर्माण और निर्देशन भी किया.