Uzma Ahmed Movie: अक्षय की खूबसूरत बहन को मिला ‘रक्षा बंधन’ गिफ्ट, बनी जॉन अब्राहम की हीरोइन
Sadia Khateeb Next Film: सादिया खातीब ने ढाई साल पहले निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म शिकारा से बॉलीवुड में डेब्यू किया था, मगर इस साल रिलीज हुई अक्षय कुमार स्टारर रक्षा बंधन से उन्हें पहचान मिली. अब वह निर्देशक शिवम नायर की अगली फिल्म में दिखेंगी. इसमें जॉन अब्राहम की अहम भूमिका है.
Political Thriller Of Director Shivam Nayar: इस साल अगस्त में रिलीज हुई फिल्म रक्षा बंधन में अक्षय कुमार की बहन के रूप में सबका ध्यान आकर्षित करने वाली सादिया खातीब अब निर्देशक शिवम नायक की फिल्म उजमा में नजर आएंगी. एक समय यह रोल श्रद्धा कपूर करने वाली थीं. यह फिल्म एक भारतीय लड़की उजमा अहमद की कहानी है, जो एक युवक के प्यार में पड़ कर पाकिस्तान चली जाती है. वहां बंदूक की नोंक पर उसका निकाह होता है और कई सारी हकीकतों से वह रू-ब-रू होती है. कैसे उजमा जान बचाकर भागती है और किस तरह से अधिकारी उसे बचाकर भारत लाते हैं, यह फिल्म में दिखाया जाएगा. फिल्म में भारतीय अफसर की भूमिका जॉन अब्राहम निभा रहे हैं.
फिल्म आएगी अगले साल
सादिया खातीब ने 2020 में निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म शिकारा से बॉलीवुड में डेब्यू किया था और उस साल उन्हें फिल्म फेयर की बेस्ट डेब्यू फीमेल लिस्ट में नॉमीनेशन भी मिला था. सादिया ने रक्षा बंधन में अक्षय कुमार की चार बहनों में सबसे बड़ी का रोल निभाया और कहानी में उनकी अहम भूमिका थी. इस रोल के साथ सादिया ने तमाम दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया था. इस फिल्म के बाद उन्हें अब शिवम नायक की फिल्म मिली है. फिल्म की शूटिंग 2023 में शुरू होगी और अगले साल ही इसे रिलीज किया जाएगा.
जॉन के हाथ में बागडोर
आहिस्ता आहिस्ता (2006) और नाम शबाना (2017) जैसी फिल्मों के निर्देशक शिवम नायर की इस फिल्म में सैफ अली खान की जगह जॉन अब्राहम ने ली है. फिल्म का नाम हालांकि अभी फाइनल नहीं है लेकिन सूत्रों का कहना है कि इसका नाम उजमा हो सकता है. यह फिल्म भारतीय महिला उजमा अहमद की सच्ची कहानी पर आधारित है. उजमा मलेशिया में एक पाकिस्तानी नागरिक ताहिर अली से मिली थीं. दोनों को प्यार हुआ और उजमा उसके साथ पाकिस्तान गई. वहां जाकर पता चला कि अली शादीशुदा है और उसके चार बच्चे हैं. पाकिस्तान में बंदूक की नोंक पर उजमा की अली से शादी करवाई गई, यौन शोषण हुआ. खुद को बचाने के लिए आखिर वह भारतीय उच्चायोग तक गईं. पासपोर्ट और पेपर्स की भी मुश्किलें थीं. लंबी कानूनी लड़ाई के बाद उजमा अपने देश भारत लौटीं. उनकी वापसी में पाकिस्तान में इंडियन डिप्लोमेट रहे जेपी सिंह और उस समय विदेश मंत्री रही सुषमा स्वराज का बहुत बड़ा हाथ था. इन दोनों की मदद से ही उजमा अपने देश भारत वापस लौट सकीं. फिल्म में जॉन, इंडियन डिप्लोमेट रहे जेपी सिंह का किरदार निभाने वाले हैं.
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