Saira Banu Express Pain on Dilip Kumar First Death Anniversary: दिलीप कुमार (Dilip Kumar) जब तक जिंदा रहे हिंदी सिनेमा के लीजेंड कहलाए और लोगों के दिलों में ये उनके लिए प्यार ही था कि निधन के बाद भी वो अमर रहे. दिलीप साहब को हमसे जुदा हुए पूरे एक साल हो गया है. आज भी उन्हें याद कर फैंस गमजदा हो जाते है तो सोचिए जिंदगी का हर एक पल उनके साथ बिताने वालीं सायरा बानो का आज क्या हाल होगा. जिनकी जिंदगी युसूफ के इर्द गिर्द घूम, उनका हंसना उनका रोना सब साहब तक सीमित था...आज वो उनस जुदा होकर गम के सागर में हैं. दिलीप साहब की पहली पुण्यतिथि (Dilip Kumar Death Anniversary) पर सायरा बानो (Saira Banu) के गम का वही सागर छलक उठा है और उन्होंने बताया है कि बीता एक साल उनके लिए किसी पहाड़ से कम नहीं था. 


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आज भी बिस्तर पर दिलीप साहब को तलाशती हैं सायरा


सायरा बानो ने एक खत लिखा है जिसमें अपने दिल के जज्बात उन्होंने बयां किए हैं. अपने इस खत में सायरा ने बताया कि आज भी वो अपने बिस्तर पर दिलीप साहब को तलाशती हैं. उनके मुताबिक जिस बिस्तर पर पांच दशक उन्होंने युसूफ साहब के साथ बिताए आज वो जब उस पर सोती हैं तो उनकी बगल को खाली पाती हैं ये दर्द असहनीय है. वो मुंह फेर लेती हैं, तकिए से चेहरा ढक लेती हैं और ये सोचकर सोने की कोशिश करती हैं कि जब वो आंखें खोलेंगी तो उन्हें सामने पाएंगी.   


नाम सुनते ही आंखों में आ जाते हैं आंस


अपने दौर की मशहूर अभिनेत्री और दिवंगत दिलीप कुमार की अर्धांगिनी सायरा बानो ने खत में बताया कि आज भी उनका नाम सुनते ही उनकी आंखें नम हो जाती हैं. वो अपनी भावनाओं पर काबू बिल्कुल नहीं रख पातीं. अगर टीवी पर वो दिलीप साहब की कोई फिल्म देख लें या रेडियों पर कोई गाना सुन लें तो वो भावुक हुए बिना नहीं रह पातीं. यही वजह है कि वो अपने स्टाफ से भी दूरी बना चुकी हैं क्योंकि कोई ना कोई उन्हें याद कर ही लेता है. 


खुद को मानती हैं लकी


सायरा बानो ने इस खत में मानो अपने दिल के हर जज्बात पन्ने पर निकालकर रख दिए हो. उन्होंने दिलीप कुमार को अपने जीवनसाथी के रूप में पाना खुद को भाग्यशाली होना बताया है क्योंकि दिलीप कुमार की पत्नी बनने का सपना उस वक्त उनकी हर महिला फैन देख रही थीं लेकिन ये सौभाग्य उन्हें मिला.    


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