नकली डॉक्टर बनकर खुल गई किस्मत, मिली जादू की झप्पी तो संवरा बिखरा हुआ करियर; फिल्म जो रही ब्लॉकबस्टर
Sanjay Dutt Career: हम बात कर रहे हैं संजय दत्त की जिनके करियर की दूसरी पारी का आगाज शानदार रहा और इसकी वजह थी फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस.
Sanjay Dutt Munna Bhai MBBS: जिंदगी में दूसरा मौका किस्मत वालों को ही मिलता है और संजय दत्त (Sanjay Dutt) उन्हीं किस्मतवालों में से एक रहे जिन्हें एक नहीं बल्कि कई बार कई मौके मिले और हर बार जनता ने उन्हें प्यार से सर आंखों पर बैठा लिया. करियर और निजी जिंदगी में खूब उतार चढ़ाव देखने वाले संजय दत्त का नाम आर्म्स एक्ट में जुड़ा तो इसका सीधा प्रभाव उनके करियर पर पड़ा था. वो फिल्म तो कर रहे थे लेकिन अच्छी स्क्रिप्ट्स मिलना उन्हें बंद हो गई थीं. लेकिन उस वक्त एक फिल्म उन्हें ऐसी ऑफर हुई जिसमे उनकी किस्मत ही बदल दी.
जब नकली डॉक्टर बनकर छाए थे संजय दत्त
संजय दत्ता की वो फिल्म थी मुन्ना भाई एमबीबीएस. साल 2003 में रिलीज इस फिल्म में संजय दत्त नकली डॉक्टर बने दिखे. किरदार का नाम भी था मुन्ना और उनके साथ था सर्किट और इस किरदार को निभाया था अरशद वारसी ने. इस कॉमेडी फिल्म को इतना पसंद किया गया कि बॉक्स ऑफिस पर इसकी धूम मच गई. मुन्ना की जादू की झप्पी लोगों को भा गई और संजय दत्त का बिगड़ा करियर फिर से संवर गया.
इस फिल्म को बनाने में 20 साल पहले 10 से 12 करोड़ रूपए में बनकर तैयार हुई थी. लेकिन फिल्म ने तब 56 करोड़ का धांसू कलेक्शन कर धूम मचा दी थी. यानि कि बजट से कई गुना ज्यादा फिल्म ने कमाई की थी.
इस फिल्म से फिर चल पड़ी करियर की गाड़ी
ये बात भी सही है कि फिल्म ने संजय दत्त के करियर को फिर से तेज रफ्तार दी और धीमी पड़ चुकी गाड़ी फिर से चल पड़ी. उन्हे परिणीता, शब्द, जिंदा, लगे रहो मुन्ना भाई, धमाल, शूट आउट एट लोखंडवाला, डबल धमाल, सन ऑफ सरदार, अग्निपथ और पीके जैसी फिल्में मिलीं. जिनमें उनके रोल को खूब सराहा गया.