नई दिल्ली: फिल्म इंडस्ट्री में 25 से भी ज्यादा साल गुजारने और अपने काम का लोहा मनवाने वाले शाहरुख खान के स्टारडम से तो देश का हर इंसान परिचित है. लेकिन विदेशों में भी शाहरुख का रुतबा कुछ कम नहीं है. उनकी कई फिल्मों को दुनियाभर में पसंद किया गया. अब शाहरुख खान को उनके बेहतरीन काम के लिए ऑस्ट्रेलिया की एक यूनिवर्सिटी सम्मानित करने जा रही है. 


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सुपरस्टार शाहरुख खान को भारत सरकार द्वारा पद्म श्री, फ्रांस सरकार द्वारा ऑर्ड्रे डेस आर्ट्स एट डेस लेट्रेस और लेगियन डी'होनूर के लिए भी सम्मानित किया जा चुका है. इसके साथ ही उन्हें बेडफोर्डशायर विश्वविद्यालय, एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय और यूनाइटेड किंगडम में विधि विश्वविद्यालय द्वारा मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है. लेकिन अब इस लिस्ट में एक और सम्मान बढ़ने जा रहा है. 



मेलबोर्न (IFFM) के इंडियन फिल्म फेस्टिवल के दौरान, शाहरुख को ला ट्रोब विश्वविद्यालय के सर्वोच्च प्रशंसित मानद डॉक्टर ऑफ लेटर्स (माननीय कारण) से सम्मानित करने की तैयारी है, जो कि कम उम्र के बच्चों के समर्थन में, उनके अटूट समर्पण के प्रयासों के सम्मान में है.  मीर फाउंडेशन के माध्यम से महिला सशक्तिकरण की लड़ाई और भारतीय मनोरंजन उद्योग में उनकी अद्वितीय उपलब्धियों के कारण यह सम्मान शाहरुख को दिया जा रहा है. 



अपनी इस खुशी को हमारी सहयोगी वेबसाइट डीएनए से शेयर करते हुए, शाहरुख ने कहा, "मुझे ला ट्रोब जैसे महान विश्वविद्यालय से सम्मानित होने पर गर्व है, जिसका भारतीय संस्कृति के साथ लंबे समय से संबंध है और महिलाओं की समानता की वकालत करने में यह यूनिवर्सिटी का एक प्रभावशाली ट्रैक रिकॉर्ड है. मुझे लगता है कि यह वास्तव में विशेषाधिकार प्राप्त है. मानद डॉक्टरेट के लिए ला ट्रोब को ईमानदारी से धन्यवाद देना चाहूंगा.''


गौरतलब है कि शाहरुख को यह सम्मान 9 अगस्त, 2019 को, ला ट्रोब के मेलबर्न कैंपस में बुंदोरा में दिया जाएगा. जबकि शाहरुख 8 अगस्त से 17 अगस्त, 2019 के बीच IFFM में भाग लेंगे.


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