`उरी` के बाद बॉक्स ऑफिस पर बजा `कबीर सिंह` का डंका, विवादों के बीच बनी Blockbuster
बिग बजट और बड़ी स्टार कास्ट की फिल्में जहां औंधे मुंह गिर रही हैं तो वहीं छोटे बजट की फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रखा है. हाल में रिलीज हुई शाहिद कपूर की फिल्म `कबीर सिंह` इस लिस्ट में जुड़ा नया नाम है.
नई दिल्ली: बॉलीवुड बॉक्स ऑफिस पर पिछले दो सालों में काफी ट्विस्ट एंड टर्न्स देखने को मिल रहे हैं. बिग बजट और बड़ी स्टार कास्ट की फिल्में जहां औंधे मुंह गिर रही हैं तो वहीं छोटे बजट की फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रखा है. हाल में रिलीज हुई शाहिद कपूर की फिल्म 'कबीर सिंह' इस लिस्ट में जुड़ा नया नाम है. फिल्म ने पांच दिन में ही 100 करोड़ क्लब में एंट्री मार ली है. इतना ही नहीं फिल्म ने रिलीज के तीसरे दिन ग्रॉस कमाई में जबरदस्त बढ़त हासिल की थी. इसी के साथ साल के शुरुआत में रिलीज हुई फिल्म 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' की तरह ही 'कबीर सिंह' के आकंड़ों ने भी सबको चौंका दिया है.
ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने फिल्म के आकंड़े शेयर करते हुए जानकारी दी कि फिल्म 100 करोड़ क्लब में शामिल हो चुकी है. वहीं तरण ने फिल्म की तुलना विक्की की 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' से करते हुए लिखा कि 'कबीर सिंह' भी फिल्म 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' की तरह ही ब्लॉकस्टर साबित हुई है. सारे आकंड़ों और अटकलों को दरकिनार करते हुए फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर फैंस का दिल जीत लिया है.
Box Office Collection: कबीर सिंह की धुआंधार कमाई बरकरार, 100 करोड़ का आंकड़ा पार
साउथ की रीमेक बॉलीवुड में हिट
'कबीर सिंह' साउथ सुपरस्टार विजय देवरकोंडा की हिट फिल्म 'अर्जुन रेड्डी' का हिंदी रीमेक है. फिल्म 'अर्जुन रेड्डी' में विजय देवरकोंडा के साथ शालिनी पांडे ने मुख्य भूमिका निभाई थी. वहीं 'कबीर सिंह' में शाहिद कपूर और कियारा आडवानी लीड रोल में नजर आएंगे. तेलुगु में इस फिल्म को संदीप वांगा रेड्डी ने डायरेक्ट किया था और अब हिंदी रीमेक को भी संदीप ने ही डायरेक्ट किया है. संदीप के काम को रीजनल के बाद अब हिंदी सिनेमा फैंस भी पसंद कर रहे हैं.
90 के दशक की फिल्में याद दिलाएगी कहानी
फिल्म में कबीर सिंह के रोल में नजर आए शाहिद कपूर को एक सर्जन के रोल से क्रेजी लवर में बदलते देखना आपको 90 की दशक की फिल्मों की याद दिला देगा. प्रीति के प्यार में पागल कबीर उसके के लिए कुछ भी करने को तैयार है लेकिन अपने गुस्से की वजह से वो सब कुछ गवां देता है. प्रीति की शादी किसी और से हो जाती है और कबीर एकदम देवदास हो जाता है. उसकी जिदंगी में उसके काम और शराब के सिवा कुछ नहीं बचता लेकिन इसी बीच उसके साथ कुछ ऐसा होता कि वो फिर से जिंदगी जीने की कोशिश करता है लेकिन इसी सबके बीच प्रीति उसकी जिदंगी में वापस आती है.