Abhishek Bachchan Aishwarya Rai Bachchan Film: अगर सिर्फ कास्टिंग से कोई फिल्म चल सकती तो क्या बात होती. 2010 में आई मणि रत्नम की रावण में निर्देशक ने कुछ ऐसा ही खेल जमाने की कोशिश की थी. 2007 में अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय की शादी हुई थी. उसी साल मणिरत्नम की फिल्म गुरु में दोनों नजर आए थे. निर्देशक ने सोचा कि शादी के बाद दोनों को फिर साथ में लेते हैं और इस बार पति को रावण बना देते हैं. सो, उन्होंने यही किया. अपनी कहानी का आधार बनाया रामायण को. जिसमें एक डकैत उस पुलिसवाले की पत्नी को उठा कर जंगल में ले आता है, जिसने उसकी बहन की हत्या की. डकैत फिर पुलिसवाले की पत्नी के प्रेम में पड़ जाता है. रामायण के आधार पर आप समझ ही सकते हैं कि मणि रत्नम क्या कहानी कह रहे थे.


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अभिषेक हटे पीछे
एक तरह से मणि रत्नम ने रामायण की कहानी को अपने समय के संदर्भ में, अपने विजन से दर्शकों को दिखा रहे थे. मणिरत्नम राइटर, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर थे. रावण के दो वर्जन शूट किए गए, हिंदी और तमिल. दोनों वर्जन एक साथ 18 जून 2010 को रिलीज किए गए. अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्या राय बच्चन तथा साऊथ फिल्मों के स्टार विक्रम की फिल्म में मुख्य भूमिकाएं थी. यह विक्रम की पहली हिंदी फिल्म थी. मणि रत्नम चाहते थे कि हिंदी वर्जन में जो राम (विक्रम) बना, तमिल में वह रावण का किरदार निभाए. जबकि हिंदी के रावण (अभिषेक बच्चन) को तमिल में राम बना दिया जाए. सीता (ऐश्वर्या राय) दोनों फिल्मों में समान रहे. हिंदी में अभिषेक बच्चन किडनैपर के रूप में बीरा यानी रावण का रोल प्ले कर रहे थे. लेकिन उन्होंने तमिल वर्जन में राम वाला रोल स्वीकार नहीं किया क्योंकि वह उस भाषा को बोल पाने में सहज नहीं थे. तब वह रोल पृथ्वीराज सुकुमारन ने निभाया. इस तरह तमिल और हिंदी में सारे किरदार बदल गए सिवाय ऐश्वर्या के.


बात बनी नहीं
मणिरत्नम ने काफी मेहनत की, काफी पैसा लगाया लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से पिट गई. दर्शकों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया. अव्वल तो उन्हें बॉलीवुड और साउथ की कास्टिंग का मिक्स जमा नहीं. फिर फिल्म में कई कमियां थी. सबसे पहले स्क्रीनप्ले खराब था. गुलजार ने हालांकि संवाद लिखे, मगर वे कमजोर थे. निःसंदेह कलाकारों ने अपने स्तर पर कोई कमी नहीं रखी. सबने अपना रोल बखूबी निभाया लेकिन मणि रत्नम निर्देशक के तौर पर अच्छी फिल्म नहीं दे पाए. फिल्म का बजट 55 करोड़ रुपये था. लेकिन अच्छी टीम, अच्छी स्टार कास्ट और बड़ा बजट होने के बावजूद फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई.


किसने लगाई छलांग
फिल्म के एक दृश्य में अभिषेक बच्चन बहुत ऊंचे पहाड़ से नीचे नदी में छलांग लगाते नजर आते हैं. ट्रेलर में इस सीन ने सबका ध्यान खींचा. तब प्रमोशन में कहा गया कि अभिषेक ने खुद सीन शूट किया है. लेकिन तभी उनके बॉडी डबल और बंगलूरू स्थित डाइवर एम.एस. बलराम ने सबके सामने आकर कहा कि वास्तव में यह छलांग उन्होंने लगाई थी. सीन तमिलनाडु और कर्नाटक की सीमा पर स्थित कावेरी नदी के होगेनाक्काल फॉल्स का है. इसे नियाग्रा फॉल्स ऑफ इंडिया भी कहा जाता है. निर्देशक ने बलराम को फिल्म के अंत में अभिषेक के बॉडी डबल का क्रेडिट दिया.


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