Urfi Javed Casting Couch: उर्फी जावेद (Urfi Javed) किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. उन्होंने DIY आउटफिट्स के जरिए अपनी अलग पहचान बनाई है. उनके अतरंगी और अटपटे फैशन सेंस ने उन्हें औरों से अलग लाकर खड़ा कर दिया है. यही वजह है कि उर्फी जहां भी जाती हैं, कैमरे की नजर केवल उनपर ही घूम जाती है. वैसे उर्फी ने यहां तक पहुंचने के लिए काफी पापड़ बेले हैं. हाल ही में उर्फी ने ये भी खुलासा किया कि उन्होंने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखने के बाद कास्टिंग काउच (Casting Couch) से भी दो चार होना पड़ा था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


बॉलीवुड बबल वेबसाइट को दिए एक इंटरव्यू में उर्फी जावेद ने अपने स्ट्रगल के दौर को याद करते हुए कई बातें बताईं. उन्होंने कहा, हम जिस इंडस्ट्री में हैं, वहां शिकारी भरे पड़े हैं. हमारे अंदर वो एटीट्यूड होना चाहिए कि हम न कह सकें नहीं तो लोग पूरे फायदे उठाने को तैयार हैं. कुछ लोगों ने इसकी कोशिश भी की है. मेरे साथ ऐसा कई बार हुआ जब मुझे ना कहना चाहिए था लेकिन मैं नहीं कह पाई. 



उर्फी ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, मुझे याद है जब मैं मुंबई नई नई शिफ्ट हुई थी. एक डायरेक्टर ने मुझे कॉल करके ऑडिशन के लिए अपने घर बुलाया. बिना कैमरे के उन्होंने मुझसे कहा, ऐसे एक्ट करो जैसे तुम मेरी लवर हो और मेरे करीब आकर मुझे गले लगा लो.मैंने सोचा कि ये कैसा ऑडिशन है? कैमरा कहां है? लेकिन न कहने के बजाए मैंने उन्हें हिचिकचाते हुए गले लगाया और कह दिया, सर, मैं जा रही हूं. उर्फी ये भी बोलीं कि जब उन्होंने उस डायरेक्टर से ये पूछा था कि कैमरा कहां है तो उन्होंने जवाब दिया था-कैमरे मेरा दिमाग में है. उर्फी आगे बोलीं कि ऐसी घटनाओं ने मुझे जिंदगी की कई अहम सीखें दी हैं.