अधूरी रह गई विनोद खन्ना की ख्वाहिश, देखना चाहते थे पेशावर में अपना पुश्तैनी घर
खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में सांस्कृतिक धरोहर परिषद के महासचिव शकील वहीदुल्ला ने 2014 में अपनी भारत यात्रा के दौरान खन्ना से मुलाकात की थी.
पेशावर: हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता विनोद खन्ना पाकिस्तान के पेशावर स्थित अपने पुश्तैनी घर को देखना चाहते थे, लेकिन उनकी यह ख्वाहिश पूरी नहीं हो सकी. खन्ना का गुरुवार (27 अप्रैल) को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था. वह 70 साल के थे. खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में सांस्कृतिक धरोहर परिषद के महासचिव शकील वहीदुल्ला ने 2014 में अपनी भारत यात्रा के दौरान खन्ना से मुलाकात की थी.
उन्होंने कहा, ‘अपने ऑटोग्राफ में खन्ना ने पेशावर के लोगों को शुभकमानाएं दी थी और अपने पुश्तैनी शहर की यात्रा करने की इच्छा जताई थी.’ वहीदुल्ला ने कहा, ‘खन्ना उस इलाके को देखने के लिए पेशावर जाना चाहते थे जहां उनके माता-पिता और पूर्वज रहे थे. उन्होंने पाकिस्तान की यात्रा करने के लिए आग्रह किया था, लेकिन उनको इसमें सफलता नहीं मिल सकी.’
उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक धरोहर परिषद जल्द ही खन्ना के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन करेगा. जानेमाने फिल्म इतिहासकार मुहम्मद इब्राहीम जिया ने कहा कि पेशावर में खन्ना का पुश्तैनी घर मौजूद है और ऑल पाकिस्तान वूमेंस एसोसिएशन द्वारा इसका इस्तेमाल किया जा रहा है.