Miss Universe 2022 के फिनाले में मॉडल्स से पूछा गया ये सवाल, पैजेंट जीतने वाली हसीना ने दिया ये जवाब
Miss Universe 2022 Crown: मिस यूनिवर्स 2022 की प्रतियोगिता का फाइनल राउंड कंप्लीट हुआ और भारत की हरनाज कौर संधु (Harnaaz Kaur Sandhu) ने यूएसए (USA) की गेब्रिएल (Miss Universe 2022 R`Bonney Gabriel) को ताज पास ऑन किया. आइए देखें कि पैजेंट जीतने वाली हसीना से फाइनल राउंड में क्या सवाल पूछा गया था और उन्होंने क्या जवाब दिया...
Miss Universe 2022 Final Question: मिस यूनिवर्स 2022 की प्रतियोगिता कुछ देर पहले ही समाप्त हुई. जहां पिछले साल ये क्राउन भारत में हरनाज कौर संधु के पास (Miss Universe 2021 Harnaaz Kaur Sandhu) आया था; इस साल उन्होंने ये क्राउन यूएसए (USA) की यूएसए (USA) की गेब्रिएल (Miss Universe 2022 R'Bonney Gabriel) को पहना दिया. इस प्रतियोगिता के टॉप 16 कंटेस्टेंट्स में भारत की दीविता राय (Divita Rai) भी पहुंची थीं. आइए जानते हैं कि इस कॉम्पिटिशन के फिनाले में हसीनाओं से क्या सवाल पूछा गया और उन्होंने क्या जवाब दिया था...
Miss Universe 2022 के फिनाले में मॉडल्स से पूछा गया ये सवाल
मिस यूनिवर्स 2022 में कुल मिलाकर 83 कंटेस्टेंट्स ने हिस्सा लिया था जिनमें से मिस यूएसए गेब्रिएल (Miss USA R'Bonney Gabriel) ने ताज जीता. फाइनल राउंड में मिस डॉमिनिकन रिपब्लिक (Miss Dominican Republic), मिस यूएसए (Miss USA) और मिस वेनेजुएला Miss Venezuela) थे और तीनों से एक ही सवाल पूछा गया, जो था- 'अगर आप मिस यूनिवर्स जीत जाती हैं तो आप किस तरह काम करेंगी जिससे आप सबको बता सकें कि मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन एक सशक्त और प्रगतिशील ऑर्गनाइजेशन है?' (If you win Miss Universe, how would you work to demonstrate this as an empowering and progressive organization?)
पैजेंट जीतने वाली हसीना ने दिया ऐसा जवाब
आइए जानते हैं कि इस सवाल पर मिस यूएसए (Miss USA) ने क्या जवाब दिया, जिससे वो इस बार की मिस यूनिवर्स बन गईं. मिस यूएसए गेब्रिएल (Miss USA R'Bonney Gabriel) बोलीं- 'मैं इस संस्था का इस्तेमाल करूंगी, एक ऐसा लीडर बनने के लिए जो दुनिया को बदल सके. मैं एक पैशनेट डिजाइनर हूं जो पिछले 13 सालों से कपड़े सिल रही हूं और मैं फैशन को कुछ अच्छा करने के लिए यूज करती हूं. मेरी इंडस्ट्री में, मैंने कपड़े बनाते समय ऐसे रीसाइकिल मटीरियल का इस्तेमाल किया है जिससे प्रदूषण कम हो सके. मैं उन महिलाओं को कपड़े सिलना सिखाती हूं जो ह्यूमन ट्रैफिकिंग और डॉमेस्टिक वायलेंस का शिकार रह चुकी हैं.
मैं ऐसा इसलिए कह रही हूं क्योंकि मैं समझती हूं कि बहुत जरूरी है कि हम दूसरों में और अपने समाज में समय लगाएं और अपने हुनर का इस्तेमाल नेक काम में करें. हम सब में कुछ खास है और जब हम उस खास हुनर के बीज दूसरों के जीवन में बो देते हैं; हम उन्हें पूरी तरह बदल देते हैं और फिर उससे एक खूबसूरत बदलाव लाते हैं.'
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